मुंबई, 29 अगस्त (भाषा) उद्योगों को बैंक ऋण की वृद्धि जून 2025 में घटकर 7.6 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले 11.3 प्रतिशत थी।
आरबीआई ने शुक्रवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी। इसके मुताबिक व्यक्तिगत ऋण खंड समग्र अग्रिमों की तुलना में तेज़ी से बढ़ रहा है।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह भी पता चला कि बैंक ऋण वृद्धि जून 2024 में 15 प्रतिशत से घटकर जून 2025 में 9.9 प्रतिशत रह गई।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि नीतिगत दरों में ढील के साथ नौ प्रतिशत से कम ब्याज दर वाले ऋणों का हिस्सा जून 2025 में बढ़कर 54.1 प्रतिशत हो गया, जो पिछले वर्ष इस अवधि में 43.2 प्रतिशत था।
आरबीआई ने कहा, ”मौद्रिक नीतिगत उपायों के अनुरूप, बकाया ऋण पर भारांश औसत उधार दर (डब्ल्यूएएलआर) अप्रैल-जून 2025 के दौरान 0.39 प्रतिशत तक कम हो गई। सभी प्रमुख क्षेत्रों में यह कमी देखी गई।”
व्यक्तिगत ऋणों में समग्र ऋण की तुलना में तेजी से वृद्धि जारी रही, और जून 2025 तक कुल ऋण में उनकी हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़कर 32 प्रतिशत हो गई। व्यक्तिगत ऋणों में आवास ऋण की हिस्सेदारी आधे से भी अधिक रही।
भाषा पाण्डेय रमण
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