नयी दिल्ली, दो अगस्त (भाषा) देश का निर्यात जुलाई में 0.76 प्रतिशत की मामूली घटकर 35.24 अरब डॉलर रहा। पिछले 17 महीनों के दौरान पहली बार निर्यात में गिरावट आई है।
वहीं, कच्चे तेल के आयात में वृद्धि के कारण इस दौरान व्यापार घाटा तीन गुना होकर 31.02 अरब डॉलर हो गया।
जुलाई 2022 में निर्यात सालाना आधार पर 0.76 प्रतिशत घटकर 35.24 अरब डॉलर रह गया। जुलाई 2021 में देश का वस्तु निर्यात 35.51 अरब डॉलर था।
इससे पहले फरवरी 2021 के दौरान निर्यात में 0.4 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी प्रारंभिक आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2022 में देश का आयात 43.59 प्रतिशत बढ़कर 66.26 अरब डॉलर पर पहुंच गया। एक साल पहले के इसी महीने में यह 46.15 अरब डॉलर था।
हालांकि, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश का निर्यात सालाना आधार पर 19.35 प्रतिशत बढ़कर 156.41 अरब डॉलर हो गया, जो बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में 131.06 अरब डॉलर था।
इसके अलावा वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही में आयात भी सालाना आधार पर 48.12 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 256.43 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
इस साल जुलाई के दौरान कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों का आयात 70.4 प्रतिशत बढ़कर 21.13 अरब डॉलर रहा, जो जुलाई 2021 में 12.4 अरब डॉलर था।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले माह सोने का आयात लगभग आधा घटकर 2.37 अरब डॉलर रह गया। एक साल पहले के इसी महीने में यह 4.2 अरब डॉलर था।
निर्यात की तुलना में अधिक आयात के कारण इस साल जुलाई में व्यापार घाटा तीन गुना होकर 31.02 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। यह पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में 10.63 अरब डॉलर था।
वहीं, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भी व्यापार घाटा बढ़कर 100.01 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
वाणिज्य सचिव बी वी आर सुब्रह्मण्यम ने व्यापार आंकड़ों का ब्योरा देते हुए कहा, ‘‘वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में 156.41 अरब डॉलर का निर्यात हुआ है। इससे पता चलता है कि हम चालू वित्त वर्ष में 470 अरब डॉलर के निर्यात का आंकड़ा आसानी से हासिल करने की राह पर हैं।’’
भाषा जतिन रमण
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