नयी दिल्ली, 16 फरवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) आईएलएंडएफएस पारादीप रिफाइनरी वॉटर लि. का अधिग्रहण करने के विकल्प पर गौर कर रही है। संकट में फंसी आईएलएंडएफएस ने राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में दायर हलफनामे में यह कहा है।
हालांकि, उदय कोटक की अगुवाई वाले निदेशक मंडल ने न्यायाधिकरण को समूह की समाधान प्रक्रिया पर ताजा जानकारी देते हुए वित्तीय ब्योरा साझा नहीं किया।
आईएलएंडएफएस की पारादीप रिफाइनरी वॉटर लि. का गठन सालाना 1.5 करोड़ टन पारादीप रिफाइनरी परियोजना के लिये पानी की जरूरतों को पूरा करने को किया गया था। ओड़िशा में पारादीप रिफाइनरी परियोजना आईओसी की है।
इससे पहले, कंपनी के लिये बोली प्रक्रिया के तहत मॉर्गन स्टेनली इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट द्वारा प्रबंधित भारत-केंद्रित बुनियादी ढांचा कोष नॉर्थ हेवन इंडिया इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (एनएचआईआईएफ) ने इसमें रुचि दिखायी थी, लेकिन बाद में देरी का हवाला देते हुए वह इससे हट गयी थी।
हलफनामे में कहा गया है, ‘‘उसके बाद इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने पुष्टि की कि वह द्विपक्षीय आधार पर कंपनी के अधिग्रहण पर विचार कर रही है….यह आंतरिक मंजूरी और उपयुक्त तथा रखरखाव भागीदारी के चयन पर निर्भर है।’’
आईएलएंडएफएस ने 209 पृष्ठ के हलफनामे में अपीलीय न्यायाधिकरण के समक्ष कहा कि वह संपत्तियों को बाजार पर चढ़ाकर, पुनर्गठन और ऋणशोधन कार्यवाही के जरिये मार्च, 2022 तक 55,000 करोड़ रुपये के कर्ज का निपटान कर लेगी।
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रमण अजय
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