नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) भारतीय कंपनियां ई-इनवॉयस को अपनाने और बाजार में पैठ बनाने में सबसे आगे हैं। अमेरिका और ब्रिटेन सहित छह देशों में किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है।
छह प्रमुख बाजारों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, भारत और ऑस्ट्रेलिया में 1,720 व्यवसायों के बीच किए गए अध्ययन में कहा गया है कि भारतीय कंपनियों को 80 प्रतिशत से अधिक ‘बिल’ इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्राप्त होते हैं, जो वैश्विक औसत 71.5 प्रतिशत से अधिक है।
अध्ययन, कर अनुपालन कंपनी अवलारा और सेंटर फॉर इकनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च (सीईबीआर) द्वारा किया गया है।
इसमें कहा गया, भारतीय कंपनियों द्वारा ई-इनवॉयस को पूर्ण पैमाने पर अपनाने से वार्षिक आर्थिक मूल्य में करीब 32,035.71 करोड़ रुपये की वृद्धि हो सकती है। उत्पादकता में वृद्धि, धोखाधड़ी में कमी और तीव्र भुगतान से भारतीय कंपनियों को औसतन सालाना लगभग 1.09 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है।
अवलारा के भारत परिचालन के महाप्रबंधक अनिल परांजपे ने कहा, ‘‘ अनुपालन में सुधार हुआ है..ई-इनवॉइस को कर अनुपालन की आवश्यकता से आगे बढ़कर रणनीतिक व्यवसाय सक्षमकर्ता के रूप में विकसित किया जाना चाहिए।’’
भाषा निहारिका अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.