नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) बिजली मंत्री आर के सिंह ने शुक्रवार को कहा कि भारत वर्ष 2024 तक कृषि क्षेत्र में शून्य-डीजल उपयोग के लक्ष्य को हासिल कर लेगा और डीजल की जगह नवीकरणीय ऊर्जा का इस्तेमाल करने लगेगा।
सिंह ने बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ ‘ऑनलाइन’ बैठक में कहा कि कृषि क्षेत्र में डीजल की जगह नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों के इस्तेमाल का लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा। इस तरह भारत वर्ष 2024 तक कृषि क्षेत्र में शून्य डीजल उपयोग के लक्ष्य को हासिल कर लेगा।
बिजली मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के मुताबिक, इस बैठक में राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिव और बिजली विभागों के प्रमुख सचिव भी शामिल हुए। बैठक में देश के ऊर्जा बदलाव लक्ष्यों को पूरा करने में राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों की भूमिका पर भी चर्चा की गई।
इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिंह ने ऊर्जा संरक्षण और दक्षता के लिए अलग से एक राज्य-केंद्रित एजेंसी बनाने की जरूरत बतायी। उन्होंने कहा कि देश की जलवायु प्रतिबद्धताएं पूरी करने के लिए राज्य-केंद्रित एजेंसी का गठन जरूरी है।
बिजली मंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था के संभावित क्षेत्रों में ऊर्जा-दक्ष उपायों को बड़े पैमाने पर अपनाना होगा और इसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकारों के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित करने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि इसे एक राज्य-केंद्रित एजेंसी बनाकर सुनिश्चित किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि राज्यों को दिए गए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कार्ययोजना तैयार करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एक नया एवं आधुनिक भारत बनाने की दिशा में काम कर रही है और आधुनिक ऊर्जा प्रणालियों के बगैर इसे हासिल नहीं किया जा सकता है।
इसके साथ ही उन्होंने वाणिज्यिक इमारतों में ईसीबीएस (इमारतों में ऊर्जा संरक्षण) मानक और घरेलू इमारतों में इको-निवास मानक को लागू करने की सलाह भी दी।
भाषा
प्रेम रमण
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