(फाइल तस्वीर के साथ)
(योशिता सिंह)
न्यूयॉर्क/ वाशिंगटन, एक अप्रैल (भाषा) अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रमुख व्यापारिक साझेदार देशों पर दो अप्रैल से जवाबी सीमा शुल्क लगाए जाने के पहले कहा है कि भारत ‘अपनी शुल्क दरों में बहुत बड़ी कटौती करेगा।’
ट्रंप ने आधिकारिक आवास व्हाइट हाउस में स्थित कार्यालय ‘ओवल ऑफिस’ में सोमवार को संवाददाताओं के साथ बातचीत में भारत को लेकर यह बात कही।
ट्रंप कई बार भारत को बहुत ऊंचे शुल्क वाला देश बता चुके हैं। इसी क्रम में उन्होंने भारत के अलावा कुछ अन्य देशों से आयातित उत्पादों पर दो अप्रैल से जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा की है।
इस बारे में पूछे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बहुत से (देश) अपने शुल्क में कटौती करेंगे क्योंकि वे वर्षों से अमेरिका पर अनुचित तरीके से शुल्क लगाते आ रहे हैं। यदि आप यूरोपीय संघ को देखें, तो उसने कारों पर पहले ही अपने शुल्क को 2.5 प्रतिशत तक घटा दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अभी कुछ समय पहले ही मैंने सुना कि भारत अपने शुल्क में बहुत बड़ी कटौती करने जा रहा है। मैंने कहा, किसी ने ऐसा बहुत पहले क्यों नहीं किया। बहुत से देश अपने शुल्क में कटौती करने जा रहे हैं।’’
ट्रंप की जवाबी शुल्क नीति ‘जैसे को तैसा’ सिद्धांत पर आधारित है। इसका मतलब है कि अमेरिका उन देशों से आयातित वस्तुओं पर वही शुल्क लगाएगा जो ये देश अमेरिकी उत्पादों पर लगाते हैं। इसका भारत के अलावा चीन, यूरोपीय संघ, कनाडा एवं मेक्सिको पर विशेष असर पड़ने की आशंका है।
ट्रंप की ताजा टिप्पणियों से कुछ घंटे पहले ही व्हाइट हाउस ने कहा कि भारत अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाता है। उसने कहा कि अन्य देशों द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क ने अमेरिकी उत्पादों का उन देशों में आयात ‘लगभग असंभव’ बना दिया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने सोमवार को कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, ये देश बहुत लंबे समय से हमारे देश को लूट रहे हैं। मुझे लगता है कि अमेरिकी श्रमिकों को लेकर अपनी उपेक्षा को उन्होंने बिल्कुल साफ कर दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इन देशों की अनुचित व्यापार प्रथाओं से अमेरिकी उत्पादों का इन बाजारों में आयात लगभग असंभव हो जाता है। इसने पिछले कई दशकों में बहुत से अमेरिकियों को व्यवसाय और काम से बाहर कर दिया है।’’
लेविट ने एक चार्ट भी दिखाया जिसमें भारत, जापान और अन्य देशों द्वारा लगाए गए शुल्क दर्ज थे।
प्रेस सचिव ने कहा, ‘‘यह एक राष्ट्रपति के लिए अमेरिकी लोगों के लिए सही कदम उठाने, ऐतिहासिक परिवर्तन करने का समय है। और यह बुधवार को होने जा रहा है।’’
हालांकि, लेविट ने इस बारे में कोई खास जानकारी नहीं दी कि शुल्क किस तरह के होंगे और किन देशों पर इसका असर होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘बुधवार को राष्ट्रपति ही इसकी घोषणा करेंगे। लेकिन यह निश्चित रूप से सुनिश्चित करेगा कि उनके शुल्क का जवाब दिया जाए और अमेरिकी लोगों के साथ उचित व्यवहार हो।’’
उन्होंने कहा कि ट्रंप के पास व्यापार सलाहकारों की एक शानदार टीम है, जिसमें वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लुटनिक, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि जैमीसन ग्रीर शामिल हैं। इसके अलावा उपराष्ट्रपति जे डी वेंस भी बातचीत में गहराई से जुड़े हुए थे।
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प्रेम अजय
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