नयी दिल्ली, आठ मार्च (भाषा) सरकार ने अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं 27 मार्च से फिर शुरू करने का फैसला किया है।
कोविड-19 महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें करीब दो साल से बंद हैं। नागर विमानन मंत्रालय के अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण देश में अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाएं 23 मार्च, 2020 से स्थगित थीं। हालांकि, जुलाई 2020 से करीब 35 देशों के साथ ‘एयर बबल’ व्यवस्था के तहत भारत से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन हो रहा है।
नागर विमानन मंत्री ज्योतिराज्य सिंधिया ने कहा, ‘‘उद्योग से जुड़े लोगों के साथ विचार-विमर्श और कोरोना वायरस के नए मामलों में कमी को देखते हुए हमने 27 मार्च, 2022 से अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय किया है।’’
उन्होंने कहा कि इस निर्णय के साथ एयर बबल व्यवस्था को हटा दिया गया है।
सिंधिया ने कहा, ‘‘इस निर्णय के साथ मैं आश्वस्त हूं कि विमानन उद्योग नयी ऊंचाइयों पर पहुंचेगा।’’
मंत्रालय ने बयान में कहा कि 27 मार्च से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के 10 फरवरी को जारी दिशानिर्देशों के सख्ती से अनुपालन के साथ किया जाएगा।
बयान में कहा गया है, ‘‘विश्वभर में कोरोना रोकथाम टीकाकरण अभियान को मान्यता देने और उद्योग से जुड़े लोगों के साथ परामर्श के बाद सरकार ने 27 मार्च से भारत से आने-जाने वाली अनुसूचित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर से शुरू करने का निर्णय किया है।’’
मंत्रालय ने कहा कि भारत के लिए और भारत से अनुसूचित वाणिज्यिक अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाओं का निलंबन 26 मार्च, 2022 तक जारी रहेगा और एयर बबल व्यवस्था भी तब तक ही रहेगी।
गौरतलब है कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने 26 नवंबर, 2021 को 15 दिसंबर, 2021 से अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें फिर से शुरू करने की घोषणा की थी।
इसके एक दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के नए संस्करण ओमीक्रोन को देखते हुए नागर विमानन मंत्रालय और डीजीसीए से अपने निर्णय पर फिर से विचार करने के लिए कहा था। इसके बाद मंत्रालय ने अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों को शुरू करने का फैसला टाल दिया था।
भाषा जतिन
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