कोलंबो, 18 जनवरी (भाषा) भारत ने मुद्रा एवं ऊर्जा के संकट से जूझ रहे पड़ोसी देश श्रीलंका को पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद के लिए 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने की घोषणा की है।
कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग ने मंगलवार को कहा कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने श्रीलंकाई विदेश मंत्री जी एल पेइरिस को पत्र लिखकर 50 करोड़ डॉलर की ऋण सुविधा देने पर सहमति जताई है।
श्रीलंका इस समय विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहा है। उसका विदेशी मुद्रा भंडार लगातार घट रहा है। इससे श्रीलंका की मुद्रा का मूल्य घट रहा है और आयात महंगा हो रहा है।
इस समय श्रीलंका ईंधन सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की कमी से जूझ रहा है। सरकारी बिजली इकाइयां टर्बाइन का संचालन नहीं कर पा रही हैं और यहां व्यस्त समय में बिजली कटौती भी हो रही है।
श्रीलंका के बिजली मंत्री गामिनी लोकुगे की इस संकट से उबरने के उपायों पर भारतीय तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन से हुई बातचीत भी नाकाम रही। लोकुगे ने कहा, ‘‘आईओसी ने सीलोन बिजली बोर्ड को ईंधन की आपूर्ति करने में असमर्थता जताई है। उसके पास अतिरिक्त आपूर्ति नहीं है।’’
भाषा अजय प्रेम
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