नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) भारत और 27 देशों के यूरोपीय संघ (ईयू) बीच प्रस्तावित व्यापार समझौते के लिए बातचीत तेजी से आगे बढ़ रही है। दोनों पक्ष इस साल जुलाई तक समझौता वार्ता को पूरा करने की उम्मीद कर रहे हैं। एक सरकारी अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
अंतरिम व्यापार समझौते में बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर), सरकारी खरीद, शुल्क और गैर-शुल्क बाधाओं जैसे मुद्दे शामिल होंगे।
वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों का एक दल यूरोपीय संघ के साथ व्यापार समझौते पर अगले दौर की वार्ता के लिए इस सप्ताह ब्रसेल्स जा रहा है। यह यात्रा 16 मई को राष्ट्रीय राजधानी में दोनों पक्षों के मुख्य वार्ताकारों के बीच हाल ही में संपन्न 11वें दौर की वार्ता की पृष्ठभूमि में हो रही है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम जल्दी समझौते की उम्मीद कर रहे हैं। …हमारा लक्ष्य जुलाई तक इसे पूरा करने का है।’’
दोनों पक्ष विशेषकर अमेरिकी शुल्क के कारण अनिश्चित वैश्विक व्यापार माहौल के कारण समझौते को दो चरणों में पूरा करने पर सहमत हुए हैं।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के साथ दो चरणों में व्यापार समझौता किया था। अमेरिका के मामले में भी यही रुख अपनाया जा रहा है।
यूरोपीय संघ वाहन और चिकित्सा उपकरणों में महत्वपूर्ण शुल्क कटौती की मांग के अलावा, शराब, मांस, पॉल्ट्री जैसे उत्पादों में कर कटौती और एक मजबूत बौद्धिक संपदा व्यवस्था चाहता है।
यदि दोनों पक्षों के बीच समझौता होता है, तो यूरोपीय संघ को भारत से निर्यात होने वाले तैयार वस्त्र, औषधि, इस्पात, पेट्रोलियम उत्पाद और बिजली मशीनरी अधिक प्रतिस्पर्धी हो सकते हैं।
भाषा रमण अजय
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