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Friday, 3 May, 2024
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भारत और जापान, श्रीलंका को आर्थिक संकट से निकालने के लिए मिलकर करेंगे काम

इस समझौते से पहले भी भारत ने आर्थिक सहायता, रसोई गैस, ईंधन और मेडिकल सप्लाई के साथ-साथ श्रीलंकाई सरकार को कई अरब अमेरिकी डॉलर की मदद भेजी है.

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी समकक्ष फुमियो किशिदा श्रीलंका में संकट से निपटने के लिए मिलकर आगे आए हैं.

कोलंबो गजट की रिपोर्ट के मुताबिक, 24 मई को क्वाड मीटिंग के इतर एक बैठक में दोनों देशों ने यह समझौता किया है.

जापानी विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उन्होंने श्रीलंका की स्थिति पर भी चर्चा की और पुष्टि की कि वे मौजूदा आर्थिक संकट और देश में मानवीय स्थिति को देखते हुए एक-दूसरे का सहयोग करेंगे.

बैठक में, दोनों नेताओं ने सहमति जताई कि कठिन अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के बीच एक जैसी विचारधारा वाले देशों के लिए ‘स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक’ को और अधिक बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करना अहम है.

क्वाड मीटिंग के परिणाम के आधार पर दोनों नेताओं ने इस क्षेत्र के देशों को फायदा देने के लिए व्यावहारिक सहयोग को लगातार बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की.

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कोलंबो गजट की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने क्वाड वैक्सीन पार्टनरशिप के परिणाम के रूप में जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन और एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट बैंक ऑफ इंडिया के बीच 100 मिलियन अमरीकी डॉलर की ऋण सुविधा पर हस्ताक्षर करने का स्वागत किया है.

इस समझौते से पहले भी भारत श्रीलंका को उसके आर्थिक संकट से उबारने में मदद कर रहा था. भारत ने आर्थिक सहायता, रसोई गैस, ईंधन और मेडिकल सप्लाई के साथ-साथ श्रीलंकाई सरकार को कई अरब अमेरिकी डॉलर की मदद भेजी है.


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