नयी दिल्ली, 29 जनवरी (भाषा) भारत और आसियान देशों ने एक कार्ययोजना को मंजूरी दी है जिसमें चोरी हुए और फर्जी मोबाइल हैंडसेट के इस्तेमाल की समस्या से निपटने के लिए एक प्रणाली का विकसित की जाएगी।
इस कार्ययोजना को भारत के साथ हुई दूसरी आसियान डिजिटल मिनिस्टर्स (एडीजीएमआईएन) बैठक में मंजूरी दी गई। यह बैठक शुक्रवार को डिजिटल तरीके से हुई थी।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘ मंत्रियों की बैठक में भारत-आसियान डिजिटल कार्ययोजना 2022 को मंजूरी दी गई। इसमें चोरी के और फर्जी मोबाइल हैंडसेट के इस्तेमाल को रोकने के लिए एक प्रणाली विकसित करना, राष्ट्रव्यापी सार्वजनिक इंटरनेट के लिए वाईफाई एक्सिस नेटवर्क इंटरफेस, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकियों के 5जी, आधुनिक उपग्रह संचार, साइबर फॉरेंसिक जैसे उभरते क्षेत्रों में क्षमता निर्माण और जानकारी साझा करना शामिल है।’’
एडीजीएमआईएन दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) में शामिल दस देशों के दूरसंचार मंत्रियों की सालाना बैठक है।
दूरसंचार मंत्रालय ने चोरी किए गए या गुम हुए मोबाइल फोनों को ब्लॉक करने और उनका पता लगाने में दिल्ली-एनसीआर के लोगों की मदद के उद्देश्य से दिसंबर 2019 में एक पोर्टल शुरू किया था।
बैठक के दौरान संचार राज्यमंत्री देवू सिंह चौहान ने कहा कि सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी लोकतांत्रिक प्रणालियों को मजबूत करती है और नागरिकों तथा देश के बीच सरोकार बढ़ाती है।
भाषा
मानसी प्रेम
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