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नयी दिल्ली, 21 अगस्त (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को आयकर विभाग की उस टीम को सम्मानित किया जिसने पिछले साल ओडिशा में एक डिस्टिलरी समूह के खिलाफ छापेमारी के दौरान देश में अबतक की सर्वाधिक 352 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी।
भारत में आयकर के 165 साल पूरे होने पर आयोजित एक कार्यक्रम में सीतारमण ने भुवनेश्वर में आयकर जांच के प्रमुख निदेशक एस के झा और अतिरिक्त निदेशक गुरप्रीत सिंह के नेतृत्व वाली आयकर टीम को ‘सीबीडीटी उत्कृष्टता प्रमाणपत्र’ से सम्मानित किया।
भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के 2010 बैच के अधिकारी सिंह ने पिछले साल छह दिसंबर को ओडिशा स्थित एक डिस्टिलरी समूह के कई परिसरों में ‘कार्रवाई लायक खुफिया जानकारी’ के आधार पर छापा मारने में अहम भूमिका निभाई थी।
आयकर विभाग का वह तलाशी अभियान 10 दिन तक चला था। इस दौरान कुल 351.8 करोड़ रुपये की नकदी बरामद हुई थी जिसे देश में ‘किसी एजेंसी के एक ही अभियान में सबसे बड़ी जब्ती’ बताया गया था।
सीतारमण ने उस आयकर टीम के दो अन्य सदस्यों- आयकर उपनिदेशक एच के दास और आयकर निरीक्षक पी के सिंह को भी प्रमाण पत्र सौंपे। यह पुरस्कार आयकर विभाग के प्रशासनिक निकाय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने पहली बार स्थापित किया है।
यहां विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी भी मौजूद थे।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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