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गुरूवार, 12 जून, 2025
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आवक घटने के बीच मूंगफली तेल-तिलहन में सुधार

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नयी दिल्ली, 12 जून (भाषा) सरकारी खरीद के आश्वासन के बावजूद गुजरात और राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से काफी कम दाम पर मूंगफली बिक्री जारी रहने की वजह से मंडियों में किसानों द्वारा इस फसल की आवक कम लाने के कारण देश के तेल-तिलहन बाजारों में बुधवार को मूंगफली तेल-तिलहन कीमतों में सुधार आया। दूसरी ओर गर्मी की कमजोर मांग के बीच सरसों तेल-तिलहन, महाराष्ट्र तेल संयंत्रों द्वारा सोयाबीन के खरीद दाम घटाये जाने से सोयाबीन तिलहन, ऊंचे भाव पर कमजोर मांग से कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल के दाम गिरावट दर्शाते बंद हुए। सोयाबीन तेल और बिनौला तेल के भाव पूर्वस्तर पर स्थिर रहे।

मलेशिया और शिकॉगो एक्सचेंज में सुधार का रुख है। शिकॉगो एक्सचेंज में लगभग एक प्रतिशत से अधिक का सुधार चल रहा है।

सूत्रों ने कहा कि सरकार ने हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 54,166 टन मूंग और उत्तर प्रदेश से 50,750 टन मूंगफली की खरीद को मंजूरी दी है।

वर्ष 2025-26 की ग्रीष्मकालीन फसलों की खरीद केंद्रीय मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत की जाएगी, जो बाजार दरें एमएसपी से नीचे आने पर सक्रिय होती हैं।

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के हितों की रक्षा के लिए पीएसएस के तहत फसलों की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दी।

सूत्रों ने कहा कि सरकारी खरीद के आश्वासन के बावजूद गुजरात और राजस्थान में मूंगफली एमएसपी से काफी नीचे के औने- पौने दाम पर बिक रही है। वैसे बिजाई का समय होने के कारण फिलहाल सरकार को मूंगफली के साथ-साथ सोयाबीन की कमजोर हाजिर दाम पर बिक्री नहीं करने के बारे में विचार करना चाहिये। इस कमजोर दाम को देखते हुए किसानों ने अपनी आवक की मात्रा को घटा दिया जिसके कारण मूंगफली तेल-तिलहन में सुधार आया।

उन्होंने कहा कि मूंगफली एक बहुमूल्य फसल है जो निर्यात के अलावा सीधा खाने के काम भी आती है। इस तेल का महंगाई से भी कोई विशेष लेना देना नहीं है क्योंकि यह अमीर उपभोक्ताओं के खपत की वस्तु माना जाता है। मूंगफली का विशेष पकवानों में भी उपयोग होता है। इसका कोई विकल्प नहीं है।

सूत्रों ने कहा कि थोक भाव के हिसाब से सरसों तेल का भाव 140 रुपये किलो है जिसमें विभिन्न कर अलग से लगते हैं। इसके साथ मूंगफली तेल का थोक भाव 128-136 रुपये किलो है। लेकिन खुदरा बाजार में झांके तो सरसों तेल लगभग 155-160 रुपये लीटर है जबकि मूंगफली तेल का खुदरा भाव लगभग 180-190 रुपये लीटर है। इस स्थिति को ध्यान में लेकर इसका निदान निकालने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि सरसों का दाम एमएसपी से काफी अधिक हो चला था और गर्मी के वजह से भी इसकी मांग कुछ कमजोर हुई है। इस कमजोर मांग की वजह से सरसों तेल-तिलहन कीमतों में गिरावट आई। वहीं, महाराष्ट्र के तेल संयंत्रों ने सोयाबीन के खरीद दाम में लगभग 50 रुपये क्विंटल तक की कटौती की है जिसकी वजह से सोयाबीन तिलहन के दाम में भी गिरावट है। कीमत, पहले के मुकाबले कम होने के बावजूद, दाम सोयाबीन के आसपास रहने के कारण मांग प्रभावित रहने तथा गर्मी की वजह से भी कमजोर मांग के कारण सीपीओ एवं पामोलीन तेल कीमतों में भी गिरावट रही। दूसरी ओर, विदेशों में सुधार का रुख है लेकिन यहां पाम-पामोलीन में गिरावट है।

उन्होंने कहा कि कमजोर कामकाज की वजह से बिनौला तेल के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे। सोयाबीन तेल के भाव भी पूर्वस्तर पर स्थिर रहे।

सूत्रों ने कहा कि खाद्य तेल संगठन एसईए ने मई के महीने में वनस्पति तेल के आयात कम होने का आंकड़ा साझा किया है। अब एसईए को यह भी बताना चाहिये कि खाद्य तेल की लगभग 60 प्रतिशत की कमी वाले इस देश में आयातक, किस मजबूरी में आयात की लागत से लगभग 2-3 प्रतिशत नीचे दाम पर सोयाबीन डीगम तेल बेचने को मजबूर हो रहे हैं। अंतत: यह पैसा तो बैंकों का और उससे भी अधिक आम जनता का है। एसईए को इस विषम स्थिति पर भी अपनी राय देनी चाहिये।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 6,625-6,675 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 5,675-6,050 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 13,700 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,220-2,520 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 13,900 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,460-2,560 रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,460-2,595 रुपये प्रति टिन।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 12,150 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 12,100 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 9,270 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 10,300 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 11,850 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 12,050 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 11,000 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,325-4,375 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,025-4,125 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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