नयी दिल्ली, एक जुलाई (भाषा) प्रमुख सहकारी उर्वरक कंपनी इफको लिमिटेड ने शुक्रवार को कहा कि उसने नैनो प्रौद्योगिकी का उपयोग करके विकसित किये गये अपने दो नए उत्पादों – नैनो यूरिया और नैनो डीएपी – के लिए पेटेंट हासिल किया है।
यूरिया और डी-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) देश में बड़े पैमाने पर खपत वाले उर्वरक हैं। इफको ने अपने नैनो उत्पादों के लिए भारत सरकार से 20 साल की अवधि के लिए पेटेंट प्राप्त किया है।
इफको के प्रबंध निदेशक यूएस अवस्थी ने कहा, ‘‘इफको नैनो यूरिया और नैनो डीएपी की यह बौद्धिक संपदा कृषि की लागत को कम करके भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी..।’’
इफको के नैनो यूरिया और नैनो डीएपी अगली पीढ़ी के उर्वरक किसानों और पर्यावरण को लाभ पहुंचा रहे हैं। बयान के अनुसार, ये उत्पाद मिट्टी, वायु और जल प्रदूषण को कम करने में सहायक होंगे।
अवस्थी ने कहा कि गुणवत्ता वाली फसलों की मात्रा का उत्पादन करने के लिए, इन नए उत्पादों की कम मात्रा की आवश्यकता होती है, साथ ही साथ ये मिट्टी को स्वस्थ भी रखते हैं। उन्होंने कहा कि यह मिट्टी को रसायनों के अत्यधिक उपयोग से बचाने का एक प्रयास है, जो इफको की दीर्घकालिक सोच और उसकी प्रतिबद्धता है।
भाषा राजेश राजेश रमण
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