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Friday, 15 August, 2025
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किसानों को नई प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने के लिए आईसीएआर का धानुका एग्रीटेक से करार

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नयी दिल्ली, 20 मार्च (भाषा) भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने किसानों को नई तकनीक प्रदान करने तथा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि-रसायन कंपनी धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के साथ एक शुरुआती समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आईसीएआर और धानुका एग्रीटेक ने मंगलवार को एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।

आईसीएआर के उप महानिदेशक (कृषि विस्तार) यू एस गौतम और धानुका एग्रीटेक के चेयरमैन आर जी अग्रवाल ने संबंधित संगठनों की ओर से इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।

बयान के अनुसार, गौतम ने कहा कि इस समझौते का उद्देश्य किसानों तक नई तकनीक पहुंचाने के लिए दोनों संस्थानों की दक्षता का उपयोग करना है।

उन्होंने कहा कि देशभर में 14.5 करोड़ से अधिक किसान हैं, जिनमें से अधिकतर के पास छोटी जोत है।

धानुका एग्रीटेक केंद्रीय संस्थानों, एटीएआरआई (कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान) और केवीके (कृषि विज्ञान केंद्र) के साथ जुड़कर इन छोटे किसानों को कृषि उत्पादन से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करेगी।

गौतम ने कहा कि पूरी दुनिया इस समय जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना कर रही है और भारत भी इससे अछूता नहीं है।

उन्होंने कहा कि ऐसे समय में दोनों संस्थानों को कृषि उत्पादन की एक नई पद्धति पर मिलकर काम करने की जरूरत है जो जलवायु के अनुकूल हो।

उन्होंने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य बदलते परिवेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना है।

अग्रवाल ने कहा कि कंपनी आईसीएआर-अटारी और केवीके के सहयोग से सलाहकार सेवा प्रदान करेगी और किसानों को प्रशिक्षित करेगी।

इस अवसर पर आईसीएआर के सहायक महानिदेशक, निदेशक, वरिष्ठ वैज्ञानिक और आईसीएआर मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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