नयी दिल्ली, 16 जुलाई (भाषा) एनएसई के निवर्तमान प्रबंध निदेशक और सीईओ विक्रम लिमये ने शनिवार को कहा कि उन्होंने बेहद ‘‘कठिन वक्त’’ में एक्सचेंज का नेतृत्व करने और बाजार को स्थिर रखने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
लिमये का पांच साल का कार्यकाल शनिवार को खत्म हुआ। उन्होंने कार्यकाल विस्तार के लिए पात्र होने के बावजूद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में एक और कार्यकाल की मांग नहीं की।
एक्सचेंज ने अभी यह नहीं बताया है कि लिमये से एनएसई की कमान कौन संभाल रहा है।
एक सूत्र के अनुसार किसी एक व्यक्ति के बजाय, एक समिति अंतरिम अवधि के लिए कार्यभार संभालेगी। एक्सचेंज इस संबंध में सोमवार को निर्णय की घोषणा कर सकता है।
एनएसई प्रमुख के रूप में लिमये के पांच साल के कार्यकाल के दौरान एक्सचेंज को प्रशासन में चूक और को-लोकेशन से संबंधित मामले में नियामक जांच का सामना करना पड़ा।
लिमये ने कहा, ‘‘मैंने आज एनएसई के एमडी और सीईओ के रूप में अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। मैंने बेहद कठिन वक्त में संगठन का नेतृत्व करने और एनएसई को स्थिर और मजबूत बनाने की पूरी कोशिश की।’’
निवर्तमान प्रमुख ने कहा, ‘‘हम कामकाज, नियंत्रण, प्रौद्योगिकी, नियामक प्रभावशीलता, जोखिम प्रबंधन, बाजार की वृद्धि और कार्य संस्कृति को मजबूत करने के लिहाज से पिछले पांच वर्षों में एक लंबा सफर तय कर चुके हैं।’’
एनएसई ने एमडी और सीईओ की भूमिका के लिए चार मार्च को उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किए थे। ये आवेदन 25 मार्च से पहले जमा करने थे।
इसके बाद लिमये ने घोषणा की कि जुलाई में उनका कार्यकाल खत्म होने के बाद वह दूसरे कार्यकाल के लिए आवेदन नहीं करेंगे।
एक्सचेंज की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण के पद से हटने के बाद जुलाई 2017 में लिमये को एनएसई प्रमुख बनाया गया था।
एनएसई में शामिल होने से पहले लिमये आईडीएफसी के एमडी और सीईओ थे। उन्हें एनएसई की री-ब्रांडिंग का श्रेय दिया जाता है। इसके अलावा उनके नेतृत्व में वायदा व्यापार में जबरदस्त वृद्धि देखी गई।
भाषा पाण्डेय मानसी
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