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Saturday, 5 October, 2024
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नीति आयोग के निर्यात तैयारी सूचकांक में गुजरात शीर्ष पर कायम

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नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) नीति आयोग के निर्यात तैयारी सूचकांक में गुजरात लगातार दूसरे साल पहले स्थान पर आया है। महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है जबकि कर्नाटक को इस सूची में तीसरा स्थान मिला है।

शुक्रवार को जारी ‘निर्यात तैयारी सूचकांक 2021’ में शीर्ष स्थान पर गुजरात को रखा गया है। पिछले साल भी गुजरात इस सूचकांक के आधार पर पहले स्थान पर रहा था।

नीति आयोग की तरफ से जारी होने वाले निर्यात तैयारी सूचकांक के जरिये राज्यों की निर्यात संभावनाओं और प्रदर्शन के लिहाज से राज्यों की तैयारी का आकलन किया जाता है। राज्यों की निर्यात संभावनाओं के हिसाब से उनकी सूची तैयार की जाती है।

सूचकांक के शीर्ष पांच राज्यों में गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक के बाद तमिलनाडु और हरियाणा को जगह दी गई है। वहीं उत्तर प्रदेश छठवें, मध्य प्रदेश सातवें, पंजाब आठवें, आंध्र प्रदेश नौंवें और तेलंगाना दसवें स्थान पर हैं।

अगर सूची में सबसे निचले पायदान पर मौजूद राज्यों की बात करें तो वहां लक्षद्वीप, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, लद्दाख और मेघालय को रखा गया है।

‘इंस्टीट्यूट ऑफ कंपटिटिवनेस’ के साथ मिलकर तैयार किए गए इस सूचकांक का इस्तेमाल कर राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेश दूसरों की तुलना में अपनी निर्यात संभावनाओं का आकलन और जरूरी नीतिगत व्यवस्था तैयार कर सकते हैं।

इस रैंकिंग को मुख्य रूप से चार पैमानों- नीति, कारोबारी परिवेश, निर्यात का माहौल और निर्यात प्रदर्शन के आधार पर तैयार किया गया है। इसके अलावा निर्यात प्रोत्साहन की नीति और कारोबारी माहौल जैसे 11 अन्य कारकों को भी ध्यान में रखा गया है।

नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने यह रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि भारत की निर्यात वृद्धि दर 36 प्रतिशत रही है जबकि वैश्विक स्तर पर यह 30 प्रतिशत है। उन्होंने कहा, ‘बहुत लंबे वक्त के बाद हम विश्व उत्पाद व्यापार में भारत की हिस्सेदारी को 1.6 प्रतिशत से बढ़कर 1.7 प्रतिशत होते हुए देखेंगे। इसमें वाहन, बिजली मशीनरी, लोहा और स्टील का खास योगदान है।’

कुमार ने अगले 10 वर्षों में वैश्विक व्यापार में भारत की हिस्सेदारी को चार गुना बढ़ाने का लक्ष्य रखने का आह्वान करते हुए कहा कि राज्यों को जिला-केंद्रित निर्यात योजनाएं एवं प्रोत्साहन समितियों का गठन करना चाहिए। उन्होंने देश की आयात-निर्यात नीति में विभिन्न तरह के राज्यों की जरूरतों को ध्यान में रखने का सुझाव भी दिया।

इस मौके पर वाणिज्य सचिव बी वी आर सुब्रमण्यम ने कहा कि निर्यात क्षेत्र का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है और चालू वित्त वर्ष में यह 400 अरब डॉलर का आंकड़ा पार कर गया है। उन्होंने कहा, “फिलहाल अर्थव्यवस्था का करीब 18 प्रतिशत ही वस्तु निर्यात है। मुझे लगता है कि इसे जीडीपी का करीब 25 प्रतिशत तक पहुंचाने का लक्ष्य रखना चाहिए।

नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि यह सूचकांक राज्यों के बीच एक तरह का प्रतिस्पर्द्धी संघवाद जगाने में उत्प्रेरक का काम करेगा और वे वैश्विक निर्यात परिदृश्य में अपनी जगह बनाने के लिए एक-दूसरे से हो़ड़ करेंगे।

भाषा

प्रेम रमण

रमण

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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