नयी दिल्ली, तीन मार्च (भाषा) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को उद्योग जगत से जीडीपी में विनिर्माण क्षेत्र के योगदान को 25 प्रतिशत तक बढ़ाने के तरीकों पर विचार करने को कहा।
उन्होंने साथ ही प्रौद्योगिकी क्षेत्र में वैश्विक अगुवा बनने के लिए 10 आरएंडडी प्रयोगशालाएं या नवाचार केंद्र स्थापित करने का आह्वान किया।
गोयल ने कहा कि उद्योग को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में निर्यात की हिस्सेदारी को 25 प्रतिशत तक बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने डीपीआईआईटी (उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग) द्वारा ‘मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ विषय पर आयोजित वेब गोष्ठी के समापन सत्र में यह बात कही।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘हम वास्तव में जीडीपी में अपने विनिर्माण योगदान को 25 प्रतिशत तक कैसे ले जा सकते हैं? क्या हम अपने वैश्विक व्यापार को अपनी अर्थव्यवस्था के मुकाबले 10 प्रतिशत तक बढ़ा सकते हैं?… … ये महत्वाकांक्षी लक्ष्य हैं, लेकिन मुझे लगता है, संभव है। ’’
गोयल ने विदेश व्यापार में एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों) की हिस्सेदारी बढ़ाने पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि कई देशों ने देश की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल में रुचि दिखाई है और वे इस विकास यात्रा में शामिल होना चाहते हैं।
भाषा पाण्डेय रमण
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