नयी दिल्ली, 26 अगस्त (भाषा) नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को कहा कि देश का नागर विमानन क्षेत्र आगामी वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि करेगा। उन्होंने कहा कि इस अनुमान के साथ सरकार क्षेत्र के नियामकों नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) में मानव संसाधन और क्षमताएं बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है।
डीजीसीए क्षेत्र में बचाव संबंधी पहलुओं पर ध्यान देता है जबकि सुरक्षा संबंधी जिम्मेदारी बीसीएए के पास है।
सिंधिया ने कहा कि दोनों ही नियामक पूरी तरह से स्वतंत्र हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा काम बचाव और सुरक्षा दोनों पहलुओं के लिहाज से जवाबदेही सुनिश्चित करना है। नागर विमानन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर विस्तार को देखते हुए यह और आवश्यक हो गया है कि हम डीजीसीए और बीसीएएस में मानव संसाधन और क्षमता दोनों को बढ़ाएं। मैं इस पर काम कर रहा हूं।’’
आने वाले वर्षों में भारत में घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 40 करोड़ तक पहुंचने का अनुमान है। वहीं भारतीय विमानन कंपनियों के पास विमानों की संख्या भी बढ़कर 1,200 होने और हवाईअड्डों, हेलीपोर्ट (हेलीकॉप्टर उतरने और उसके उड़ान भरने की जगह) और वॉटरड्रोम (जल क्षेत्र में विमान उतारने और उडान भरने की जगह) की संख्या बढ़कर 220 होने का अनुमान है।
एयर इंडिया के विनिवेश से जुड़े एक सवाल के जवाब में सिंधिया ने कहा, ‘‘मुझे भरोसा है कि नए प्रबंधन के तहत एयर इंडिया नई ऊंचाई पर पहुंचेगी।’’
भाषा मानसी रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.