मुंबई, 14 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार कारोबार सुगमता के लिए फार्मा उद्योग पर अनुपालन का बोझ कम करना चाहती है।
भारतीय दवा विनिर्माता संघ (आईडीएमए) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मांडविया ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार न केवल ‘गरीब समर्थक’ और ‘किसान समर्थक’ है, बल्कि ‘उद्योग के अनुकूल’ भी है।
आईडीएमए इस साल अपनी स्थापना के 60 साल पूरे कर रहा है।
मांडविया के पास रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय का प्रभार भी है। उन्होंने कहा, ‘‘हम हमेशा किसी भी नीति या विनियमन (फार्मा उद्योग को नियंत्रित करने) के निर्माण से पहले सभी हितधारकों के साथ परामर्श करते हैं ताकि उद्योग के लिए कारोबार करना आसान हो।’’
उन्होंने कहा कि सरकार और उद्योग दोनों के प्रयासों का ही परिणाम है कि आज दुनिया में भारतीय फार्मा उद्योग की अपनी पहचान है।
उन्होंने कहा कि सरकार फार्मा उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रही है। 15,000 करोड़ रुपये की उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना की शुरुआत इसी दिशा में एक कदम है।
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