मोहाली, 28 नवंबर (भाषा) केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को कहा कि सरकार अगले तीन साल में सरकारी चिप कंपनी सेमी-कंडक्टर लेबोरेटरी (एससीएल) को आधुनिक बनाने के लिए 4,500 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है।
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के अंतर्गत आने वाली स्वायत्त संस्था सेमी-कंडक्टर लेबोरेटरी (एससीएल) देश की एकमात्र एकीकृत डिवाइस विनिर्माण सुविधा है, जो एप्लीकेशन स्पेसिफिक इंटीग्रेटेड सर्किट्स (एएसआईसीएस), ऑप्टो-इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों और माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल प्रणाली (एमईएमएस) उपकरणों के विकास के लिए सभी समाधान मुहैया कराती है।
मंत्री ने कहा कि विस्तार के लिए केंद्र ने पंजाब सरकार से 25 एकड़ जमीन देने का अनुरोध किया है।
वैष्णव यहां ‘डिवाइस हैंडओवर’ समारोह में कहा, ”अगले तीन साल में 4,500 करोड़ रुपये के निवेश से एससीएल को आधुनिक बनाया जाएगा।”
उन्होंने कहा कि एससीएल सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इस सुविधा के निजीकरण का कोई सवाल ही नहीं है।
मंत्री ने कहा कि एससीएल में उत्पादन को 100 गुना बढ़ाने की जरूरत है। ”तकनीक में बड़ा बदलाव लाना होगा। यहां दशकों पुरानी तकनीक है, हमें बड़ी छलांग लगानी है। एससीएल मोहाली स्टार्टअप को भी बढ़ावा देगा।”
उन्होंने कहा कि देश में 300 विश्वविद्यालयों के स्नातक छात्र और शोधकर्ता चिप डिजाइन के लिए दुनिया के सबसे नए ईडीए टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं और चिप के उत्पादन में एससीएल बड़ी भूमिका निभाएगा।
भाषा पाण्डेय रमण
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