नयी दिल्ली, 17 अगस्त (भाषा) रियल एस्टेट कंपनी गोदरेज प्रॉपर्टीज का शुद्ध ऋण चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 42 प्रतिशत बढ़कर 4,637 करोड़ रुपये हो गया है।
कंपनी यह कर्ज इसलिए ले रही है ताकि बढ़ती हुई घरों की मांग को पूरा करने के लिए नई बड़ी परियोजनाएं शुरू कर सके।
मार्च, 2025 के अंत तक कंपनी का कुल कर्ज 3,269 करोड़ रुपये था।
गोदरेज प्रॉपर्टीज के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) गौरव पांडेय ने बताया कि कंपनी ने अपने कर्ज की एक सीमा तय की है, जो 10,000 करोड़ रुपये है। इसका मतलब है कि उनके पास अभी और कर्ज लेने की काफी गुंजाइश है।
विश्लेषकों के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल में गोदरेज प्रॉपर्टीज के प्रबंध निदेशक और सीईओ पांडेय ने कहा, ‘‘ऋण के नज़रिये से हमने कुल कर्ज की अधिकतम सीमा 10,000 करोड़ रुपये तय की है। हमारे पास अभी काफी गुंजाइश है और इस सीमा तक जाने पर भी हमारा अनुपात केवल लगभग 0.5 या उससे थोड़ा अधिक ही रहेगा।’
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास पैसे की कोई कमी नहीं है। हमारे पास कामकाज से भी पैसा आ रहा है और जरूरत पड़ने पर हम थोड़ा और कर्ज भी ले सकते हैं।’’
पांडेय ने कहा, ‘‘इस साल हमारा कर्ज कितना होगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि हम 20,000 करोड़ रुपये के तय लक्ष्य से कितनी ज़्यादा जमीनें खरीद पाते हैं।’’
कंपनी पिछले कुछ साल से नई बड़ी परियोजनाओं के लिए जमीन खरीदने में बहुत तेजी दिखा रही है। इस साल, यानी वित्त वर्ष 2025-26 के लिए, कंपनी ने 20,000 करोड़ रुपये की नई आवसीय परियोजना शुरू करने का लक्ष्य रखा है।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में, कंपनी ने मुंबई, पुणे, बेंगलुरु और पानीपत में पांच नई जमीनें खरीदी हैं।
भाषा योगेश अजय
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