नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) गाजियाबाद के दुहाई में स्थित क्षेत्रीय त्वरित परिवहन प्रणाली (आरआरटीएस) का डिपो सौर ऊर्जा संयंत्र शुरू होने के साथ ही सौर ऊर्जा से संचालित होने लगेगा।
आरआरटीएस का संचालन करने वाले राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि दुहाई डिपो में स्थापित इस सौर संयंत्र की अधिकतम क्षमता 585 किलोवाट की है।
यह संयंत्र अपने 25 साल के कार्यकाल में हर साल लगभग 6,66,000 यूनिट की सौर ऊर्जा पैदा करेगा।
डिपो में कार्यशाला सहित कई भवनों में सौर पैनल लगाए गए हैं। इस तरह दुहाई डिपो एक ‘हरित डिपो’ के रूप में स्थापित हो गया है।
अधिकारियों ने कहा कि इस संयंत्र द्वारा उत्पादित सौर ऊर्जा न केवल डिपो की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरी तरह से पूरा करेगी बल्कि अतिरिक्त बिजली का इस्तेमाल आरआरटीएस के अन्य परिचालनों में भी किया जाएगा।
एनसीआरटीसी ने कहा, “सौर संयंत्र से पैदा होने वाली बिजली की निगरानी और अनुकूलन एक अत्याधुनिक क्लाउड-आधारित ऐप द्वारा किया जाएगा। यह उन्नत प्रौद्योगिकी सौर ऊर्जा के बुनियादी ढांचे की पारदर्शिता, दक्षता और निर्बाध प्रबंधन सुनिश्चित करती है।”
एनसीआरटीसी ने मार्च 2021 में एक सौर नीति अपनाई थी जिसके तहत पांच वर्षों में स्टेशनों, डिपो और अन्य इमारतों की छत पर लगभग 11 मेगावाट की आंतरिक सौर ऊर्जा उत्पन्न करके नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी बढ़ाई जाएगी।
भाषा अनुराग प्रेम
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