नयी दिल्ली, 22 मार्च (भाषा) बिजली वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) का बकाया इस साल फरवरी के अंत में एक लाख करोड़ रुपये था। मंगलवार को संसद को यह जानकारी दी गई।
बिजली मंत्री आर के सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया, ‘‘प्राप्ति पोर्टल पर बिजली उत्पादक कंपनियों द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, फरवरी, 2022 के अंत में डिस्कॉम पर कुल 1,00,931 करोड़ रुपये बकाया था।’’
इस बकाया राशि में 45 दिन के बाद का यानी पुराना बकाया शामिल नहीं है।
डिस्कॉम (बिजली वितरण कंपनियों) पर बकाया उत्पादक कंपनियों (जेनको) द्वारा बिल जारी करने के बाद 45 दिन में पुराने बकाये की श्रेणी में आ जाता है।
भाषा राजेश अजय
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