नयी दिल्ली, 11 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय राजधानी में 13वां दिल्ली रत्न एवं आभूषण मेला (डीजेजीएफ) इस साल 13 से 15 सितंबर तक प्रगति मैदान के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा।
‘अपना दिल्लीवाला शो’ के नाम से चर्चित इस मेले में देश-विदेश के 600 से ज्यादा प्रदर्शक और 1,200 से ज्यादा ब्रांड अपने नवीनतम संग्रह को प्रदर्शित करेंगे।
त्योहारों से ठीक पहले होने वाला यह मेला उत्तर भारत का सबसे बड़ा बी2बी (बिजनेस-टू-बिजनेस) आभूषण मेला है जिसमें 25,000 से ज्यादा आंगतुकों के आने की उम्मीद है।
डीजेजीएफ में सोने, चांदी, हीरे, कुंदन और जड़ाऊ के पारंपरिक आभूषणों के साथ आधुनिक तकनीकों और नवाचारों से तैयार समकालीन डिजाइन भी प्रदर्शित किए जाएंगे।
इस बार मेले का विषय ‘शिल्प कौशल और नवाचार का जश्न’ रखा गया है। इसमें मुख्य जोर हल्की, टिकाऊ और पर्यावरण अनुकूल आभूषणों पर रहेगा।
आयोजक संस्था इनफॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा, ‘‘भारत का रत्न एवं आभूषण बाजार 2021 में 78.5 अरब डॉलर का था और वर्ष 2031 तक इसके 117 अरब डॉलर तक पहुंच जाने का अनुमान है। हीरे के आभूषणों की बिक्री पहले ही 8.5 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी है। आने वाले समय में भारत की वैश्विक बाजार में हिस्सेदारी 30 प्रतिशत तक होने का अनुमान है। ऐसे में डीजेजीएफ उद्योग को जोड़ने और नए अवसर बनाने का बड़ा मंच साबित होगा।’’
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योगेश रमण प्रेम
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