scorecardresearch
Friday, 19 April, 2024
होमदेशअर्थजगतअपनी ही कंपनी 'भारतपे' से हटाए गए 'फाउंडर' अशनीर ग्रोवर

अपनी ही कंपनी ‘भारतपे’ से हटाए गए ‘फाउंडर’ अशनीर ग्रोवर

इसके बाद साल 2021 में रियलिटी शो 'शार्क टैंक इंडिया' की पहली सीरिज में जज बनें और जहां उन्हें एक अलग पहचान मिली. वो इस शो के सबसे विवादास्पद पैनालिस्ट हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: बुधवार को फिनटेक फर्म भारतपे ने जानकारी दी कि उसके सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर को कंपनी में सभी पदों से हटा दिया गया है.

भारतपे ने कंपनी के फंड में बड़े पैमाने पर अनियमितता में ग्रोवर के परिवार और संबंधियों की लिप्तता भी पाई है.

कंपनी ने बुधवार को एक बयान में कहा, ‘निदेशक मंडल ग्रोवर परिवार के निंदनीय आचरण से भारतपे, इसके मेहनती कर्मचारियों और विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी की प्रतिष्ठा को धूमिल नहीं होने देगा. ग्रोवर अपने गलत कामों की वजह से अब कंपनी के संस्थापक या निदेशक या कर्मचारी तक नहीं हैं.’

इसके साथ ही ग्रोवर ने भी इस पूरे मामले को लेकर अपना पक्ष रखा है. उन्होंने एक इंटरव्यू में भारतपे के बोर्ड पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा, ‘वो कंपनी के बयान के व्यक्तिगत हमलों से आहत, लेकिन हैरान नहीं है.’

अशनीर ने आगे कहा, ‘यह सब घृणा और छोटी सोच से आता है.’

अच्छी पत्रकारिता मायने रखती है, संकटकाल में तो और भी अधिक

दिप्रिंट आपके लिए ले कर आता है कहानियां जो आपको पढ़नी चाहिए, वो भी वहां से जहां वे हो रही हैं

हम इसे तभी जारी रख सकते हैं अगर आप हमारी रिपोर्टिंग, लेखन और तस्वीरों के लिए हमारा सहयोग करें.

अभी सब्सक्राइब करें

उन्होंने आगे कहा कि मेरे बारे में सिर्फ एक चीज लैविश है वो हैं मेरे ‘सपने’, जिन्हें पूरा करने के लिए मेरे पास उद्यम और सभी बाधाओं का सामना करने के लिए कड़ी मेहनत है.

ग्रोवर ने प्रबंध निदेशक के पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था.


यह भी पढ़े: फरवरी में GST कलेक्शन 18 प्रतिशत बढ़ा, लेकिन जनवरी की तुलना में कम मिला राजस्व


कौन हैं अशनीर ग्रोवर? 

14 जून 1982 में जन्मे अशनीर ग्रोवर का जन्म दिल्ली में हुआ था. अशनीर ग्रोवर ने उद्यमी माधुरी जैन ग्रोवर के साथ शादी की है.

उन्होंने बीटेक की पढ़ाई आईआईटी दिल्ली से सिविल इंजीनियरिंग में की और फिर आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए की डिग्री हासिल की. वह 2002 में एक स्कॉलरशिप की मदद से फ्रांस की यूनिवर्सिटी ऑफ इंसा ल्यों गए.

2006 में वो कोटक फाइनेंस बैंकिंग के उपाध्यक्ष बने, जिसके साथ वो सात साल तक रहे. इसके बाद वो साल 2013 में अमेरिकन एक्सप्रेस का हिस्सा बने और दो साल तक यहां काम किया. साल 2015 में ग्रोफर्स (ब्लिंकिट) का बतौर चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर काम किया. उन्होंने 2017 में पीसी ज्वैलर के हेड ऑफ न्यू ज्वैलरी के रूप में एक साल तक कार्यभार संभाला. फिर, ग्रोवर ने 2018 में साश्वत नाकरानी के साथ मिलकर भारतपे की स्थापना की.

इसके बाद साल 2021 में रियलिटी शो ‘शार्क टैंक इंडिया’ की पहली सीरिज में जज बनें और जहां उन्हें एक अलग पहचान मिली. वो इस शो के सबसे विवादास्पद पैनालिस्ट भी रहे हैं.

क्या है विवाद

इसी साल जनवरी की शुरुआत में कोटक बैंक के एक कर्मचारी के खिलाफ कथित तौर पर अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए ग्रोवर का एक ऑडियो क्लिप सामने आया था. जिसके बारे में ग्रोवर ने दावा करते हुए कहा था कि यब क्लिप ऑडियो नकली है. हालांकि बैंक ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया था.

ग्रोवर और भारतपे के सबसे बड़े शेयरहोल्डर सिकोइया के बीच एक ई-मेल में बातचीत हुई जिसमें दोनों के बीच मतभेद सामने आए थे. इसके बाद ग्रोवर मार्च के अंत तक वोलिंटियर लीव पर चले गए थे.

इसके बाद भारतपे की ‘कंट्रोल्स’ विभाग की प्रमुख और ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर भी छुट्टी पर चली गईं.

भारतपे ने ग्रोवर के तहत कंपनी के कामकाज को देखने के लिए स्वतंत्र ऑडिट किया. जिसमें फर्म अल्वारेज़ एंड मार्सल की एक प्रारंभिक रिपोर्ट में फरवरी में माधुरी पर वित्तीय धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया.

जिसके बाद माधुरी जैन ग्रोवर को 23 फरवरी को बर्खास्त कर दिया था.

अशनीर ग्रोवर ने गवर्नेंस समीक्षा के खिलाफ सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (SIAC) में आपातकालीन याचिका दाखिल की थी जिसे खारिज कर दिया गया.

सोमवार को अशनीर ग्रोवर ने कंपनी की आगामी बोर्ड मीटिंग का एजेंडा मिलने के कुछ देर बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. जिसमें उन्होंने लिखा था कि जनता के बीच ‘अपमानित’ होने के बावजूद वह सिर ऊंचा करके जा रहे हैं. उन्होंने उसमें आरोप लगाया था कि कंपनी को अलविदा कहने के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा है. पत्र में आरोप लगाया कि उन्हें और उनके परिवार को कुछ लोगों द्वारा निराधार मामलों में फंसाया गया है साथ ही ये लोग न केवल उनकी बल्कि कंपनी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार हैं.

इसमें ग्रोवर ने यह भी दावा किया था कि वह कंपनी के सबसे बड़े व्यक्तिगत शेयरधारक बने रहेंगे. भारतपे में ग्रोवर की 9.5 फीसदी हिस्सेदारी है. कंपनी के पिछले फंड के मुताबिक उनकी हिस्सेदारी 1,800-1,900 करोड़ रुपए थी.

मंगलवार को कंपनी की बोर्ड मीटिंग में ग्रोवर को सभी पदों से हटाने फैसला लिया गया.

भाषा के इनपुट से. 


यह भी पढ़ें: भारतपे के फाउंडर अश्नीर ग्रोवर ने MD पद से दिया इस्तीफा, बोले- मुझे अलविदा कहने पर मजबूर किया गया


share & View comments