नयी दिल्ली, तीन अप्रैल (भाषा) जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनियों के शीर्ष निकाय नारेडको ने कहा है कि देश के पहले लघु और मझोले रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (रीट) के अगले छह महीने के भीतर शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होने की उम्मीद है। इसमें छोटे निवेशक महज 10 लाख रुपये का निवेश कर किराये पर लगने वाली संपत्तियों में आंशिक स्वामित्व हासिल कर सकेंगे।
नारेडको (नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल) के अध्यक्ष जी हरि बाबू ने बुधवार को एक वेबिनार में कहा, ‘‘हम सितंबर-अक्टूबर तक पहले लघु और मझोला रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट पेश करने की उम्मीद कर रहे हैं।’’
उल्लेखनीय है कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने पिछले महीने लघु और मझोले रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट के लिए नियम अधिसूचित किये थे। इसके तहत निवेशक अब न्यूनतम 10 लाख रुपये का निवेश करके किराये वाली रियल एस्टेट संपत्तियों में आंशिक स्वामित्व प्राप्त कर सकते हैं।
हरि बाबू ने लघु एवं मझोले रीट के लाभ का जिक्र करते हुए कहा कि छोटे निवेशक अब किराया देने वाली रियल एस्टेट संपत्तियों में निवेश कर सकते हैं। वे किराये की आय के साथ-साथ पूंजी मूल्य में वृद्धि भी प्राप्त कर सकते हैं।
वर्तमान में कार्यालय परिसंपत्तियों के साथ तीन रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट… एम्बैसी ऑफिस पार्क रीट, माइंडस्पेस बिजनेस पार्क रीट और ब्रुकफील्ड इंडिया रियल एस्टेट ट्रस्ट…हैं। एक खुदरा संपत्ति वाला रीट… नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट…भी है।
केडिया कॉरपोरेट एडवाइजर्स प्राइवेट लि. के निदेशक अमित कुमार केडिया ने वेबिनार में लघु एवं मझोले-रीट पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने उम्मीद जतायी कि पहला लघु एवं मझोला-रीट तीन-चार माह के भीतर सूचीबद्ध हो जाएगा।
सेबी निदेशक मंडल ने पिछले साल नवंबर में लघु एवं मझोला रीट के लिए एक नियामकीय ढांचा बनाने को लेकर रीट विनियमन, 2014 में संशोधन को मंजूरी दी। इसमें न्यूनतम संपत्ति मूल्य कम से कम 50 करोड़ रुपये रखा गया जबकि मौजूदा रीट के लिए यह 500 करोड़ रुपये है।
अधिसूचना के अनुसार, लघु एवं मझोला-रीट योजना के तहत प्रत्येक यूनिट की न्यूनतम कीमत 10 लाख रुपये या ऐसी राशि होगी जिसका निर्धारण सेबी समय-समय पर कर सकता है।
भाषा रमण अजय
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