नयी दिल्ली, 10 मार्च (भाषा) गहरे समुद्र में स्थित ओएनजीसी के केजी बेसिन ब्लॉक में खोजे गए कच्चे तेल की पहली खेप शनिवार को इसकी सहायक कंपनी मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) में पहुंची। दोनों कंपनियों ने संयुक्त बयान में यह जानकारी दी।
ओएनजीसी ने जनवरी में आंध्र प्रदेश के पास अपतटीय क्षेत्र में स्थित कृष्णा गोदावरी बेसिन के ब्लॉक केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2 (केजी-डी5) से तेल उत्पादन शुरू किया था।
कृष्णा गोदावरी घाटी में स्थित ब्लॉक केजी-डीडब्ल्यूएन – 98/2 से कच्चे तेल की पहली खेप स्वर्ण सिंधु नामक जलपोत से मैंगलोर लाया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस जलपोत को दो मार्च को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।
ओएनजीसी ने सोशल नेटवर्किंग मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “कृष्णा गोदावरी बेसिन में स्थित ओएनजीसी के गहरे पानी वाले ब्लॉक से कच्चे तेल की पहली खेप ओएनजीसी की सहायक कंपनी एमआरपीएल तक पहुंच गई है।”
यह परियोजना अधिकतम उत्पादन स्तर हासिल करने पर भारत के तेल और गैस उत्पादन में सात प्रतिशत की वृद्धि करेगी।
ओएनजीसी के केजी ब्लॉक ‘केजी-डीडब्ल्यूएन-98/2’ ने जनवरी में तेल उत्पादन शुरू किया था। यह क्षेत्र वर्तमान में प्रति दिन लगभग 12,000-12,500 बैरल तेल का उत्पादन कर रहा है।
भाषा अजय अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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