मुंबई, दो अगस्त (भाषा) फेडरल बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 15 प्रतिशत घटकर 862 करोड़ रुपये रह गया। बैंक ने बताया कि मार्जिन में कमी से मुख्य आय प्रभावित हुई और खराब परिसंपत्तियों में बढ़ोतरी के कारण प्रावधान बढ़ गए।
बैंक प्रबंधन ने कहा कि वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में ऋण वृद्धि में तेजी और शुद्ध ब्याज मार्जिन में बढ़ोतरी की उम्मीद है।
समीक्षाधीन तिमाही में, इसकी मुख्य शुद्ध ब्याज आय केवल दो प्रतिशत बढ़कर 2,337 करोड़ रुपये रही। अन्य आय 22 प्रतिशत बढ़कर 1,113 करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गई।
निजी क्षेत्र के बैंक ने जून तिमाही में नौ प्रतिशत की ऋण वृद्धि दर्ज की, लेकिन शुद्ध ब्याज दर (एनआईएम) घटकर 2.94 प्रतिशत रह जाने से मुख्य आय वृद्धि पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ा। एनआईएम पिछले साल इसी अवधि में 3.16 प्रतिशत था।
इसके प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के वी एस मणियन ने कहा कि एनआईएम सितंबर तिमाही में निचले स्तर पर पहुंच जाएगा, जिसके बाद यह तीन प्रतिशत से अधिक के स्तर तक ऊपर की ओर बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि दूसरी छमाही में उच्च वृद्धि के साथ इसकी ऋण वृद्धि 12-13 प्रतिशत के स्तर तक बढ़ जाएगी।
अप्रैल-जून की अवधि में कुल प्रावधान 173 करोड़ रुपये से बढ़कर 437 करोड़ रुपये हो गए, जिससे मुनाफे पर असर पड़ा।
सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) अनुपात जून तिमाही में बढ़कर 1.91 प्रतिशत हो गया, जो पिछले साल इसी तिमाही में 1.84 प्रतिशत था।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय
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