नयी दिल्ली, सात अगस्त (भाषा) यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों के चलते रूस की रोसनेफ्ट द्वारा समर्थित नायरा एनर्जी की तटीय ईंधन आपूर्ति प्रभावित हुई है और कई जलपोत मालिकों ने कंपनी से संबंध तोड़ लिए हैं।
यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों से चिंतित जहाज मालिकों ने गुजरात के वडिनार स्थित कंपनी की रिफाइनरी से उत्पादों का उठाव रोक दिया है, जिससे उसकी आपूर्ति शृंखला बाधित हो गई है।
कंपनी देश के पश्चिमी तट के प्रमुख उपभोग केंद्रों तक पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन पहुंचाने के लिए जलपोतों का इस्तेमाल करती थी।
मामले से परिचित सूत्रों के अनुसार, कंपनी के शीर्ष अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को पोत परिवहन मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात कर महाराष्ट्र, कर्नाटक के मैंगलोर, चेन्नई और आंध्र प्रदेश व ओडिशा के कुछ हिस्सों सहित प्रमुख स्थानों पर ईंधन पहुंचाने के लिए जलपोतों का इंतजाम करने में मदद मांगी।
नायरा गुजरात के वडिनार में दो करोड़ टन सालाना क्षमता वाली तेल रिफाइनरी संचालित करती है। यह रिफाइनरी पाइपलाइन नेटवर्क से जुड़ी नहीं है और ईंधन पहुंचाने के लिए मुख्य रूप से समुद्री मार्ग पर निर्भर है।
भाषा अजय पाण्डेय
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