नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) भारत का खाद्यतेल आयात जुलाई में 16 प्रतिशत घटकर 15.48 लाख टन रह है। इसकी मुख्य वजह रिफाइंड और कच्चे पाम तेल की आयात खेप में गिरावट आना है। उद्योग निकाय सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) ने यह जानकारी दी है।
देश ने इस साल जुलाई में 15,48,041 टन आयात किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में आयात 18,40,062 टन रहा था।
एसईए ने बृहस्पतिवार को बयान में कहा कि इस आंकड़े में नेपाल से आयात शामिल नहीं है।
उद्योग निकाय ने कहा कि इस साल जुलाई में खाद्य तेलों के आयात में गिरावट, रिफाइंड पाम तेल के आयात में भारी कमी के कारण हुई।
एसईए ने कहा कि कच्चे पाम तेल (सीपीओ) और रिफाइंड पामोलिन के बीच आयात शुल्क अंतर को 31 मई, 2025 से 8.25 प्रतिशत से बढ़ाकर 19.25 प्रतिशत करने से रिफाइंड तेल का आयात लाभ का सौदा नहीं रह गया है।
जुलाई, 2025 के दौरान रिफाइंड पामोलिन का आयात घटकर 5,000 टन रह गया, जबकि पिछले महीने यह 1.63 लाख टन और जुलाई, 2024 में 1.36 लाख टन था।
एसईए ने कहा, ‘‘शुल्क अंतर बढ़ाने का सरकार का फैसला एक साहसिक और समयोचित कदम है। इसने रिफाइंड पामोलिन के आयात को हतोत्साहित करना शुरू कर दिया है और मांग को वापस कच्चे तेल (सीपीओ) की ओर मोड़ दिया है, जिसने घरेलू रिफाइनिंग क्षेत्र में नई जान फूंक दी है।’’
जुलाई, 2025 में कच्चे पाम तेल का आयात पिछले वर्ष के इसी महीने के 9,36,876 टन से घटकर 8,50,695 टन रह गया, जबकि कच्चे सूरजमुखी तेल की आवक 3,66,541 टन से घटकर 2,00,010 टन रह गई।
भारत, मलेशिया और इंडोनेशिया से पाम तेल का आयात करता है।
आंकड़ों के अनुसार, अखाद्य तेलों का आयात भी पहले के 55,014 टन से घटकर 31,000 टन रह गया।
भारत में वनस्पति तेल (खाद्य और अखाद्य) का आयात पिछले महीने 17 प्रतिशत घटकर 15,79,041 टन रह गया, जो वर्ष 2024 के इसी महीने में 18,95,076 टन था।
नवंबर, 2024 से शुरू होने वाले चालू तेल विपणन वर्ष के पहले नौ महीनों के दौरान, कुल वनस्पति तेल आयात 110.13 लाख टन तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 121.24 लाख टन से नौ प्रतिशत कम है।
खाद्य तेल का आयात 119.35 लाख टन से घटकर 107.56 लाख टन रह गया, जबकि अखाद्य तेल का आयात 1.88 लाख टन से बढ़कर 2.57 लाख टन हो गया।
इसके अलावा, एसईए ने कहा कि नेपाल ने साफ्टा समझौते के तहत भारत को मुख्य रूप से रिफाइंड सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल और थोड़ी मात्रा में आरबीडी पामोलिन और रैपसीड तेल का शून्य शुल्क पर निर्यात किया है।
नवंबर, 2024 से जून, 2025 के दौरान नेपाल से आयात 5.21 लाख टन होने की सूचना है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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