नयी दिल्ली, 13 मार्च (भाषा) खोजे गए छोटे क्षेत्रों की नीति (डीएफएस-तीन) के बोली दौर के तहत 75 छोटे और सीमान्त तेल एवं गैस खोजों की नीलामी एक अप्रैल से शुरू होगी। हाइड्रोकॉर्बन महानिदेशालय (डीजीएफ) ने यह जानकारी दी है।
इन क्षेत्रों में ज्यादातर ओएनजीसी के पास है।
इन क्षेत्रों के लिए तीसरी बोली का दौर 10 जून, 2021 को शुरू किया गया था। बोलियां जमा करने की मूल तारीख 31 अगस्त, 2021 थी। हालांकि, इसे टालकर 29 अक्टूबर, 2021 कर दिया गया। उसके बाद इसकी शुरुआत को फिर टालकर एक फरवरी, 2022 किया गया। यह 15 मार्च, 2022 को संपन्न होनी थी।
बोली की तिथि नजदीक आने के साथ इसे फिर बिना कोई वजह बताए टाल दिया गया।
डीजीएफ ने कहा कि डीएसएफ बोली दौर -तीन के तहत बोलियां जमा करने की शुरुआत एक अप्रैल, 2022 से होगी। यह 16 मई, 2022 को संपन्न होगी।
डीएसएफ-तीन के तहत 32 अनुबंधित क्षेत्रों की पेशकश की जाएगी। इनमें 75 क्षेत्र शामिल हैं जो कुल 13,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक में फैले हैं।
सरकार ने डीएसएफ को अक्ट्रबर, 2015 में शुरू किया था। इसका मकसद सार्वजनिक क्षेत्र की ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) और ऑयल इंडिया की उनकी खोजों का मौद्रीकरण करना था जिन्हें अभी बाजार में नहीं चढ़ाया जा सका है। डीएसएफ के दो बोली दौर 2016 और 2018 में आयोजित किए गए थे। इनके तहत 101 क्षेत्रों के साथ 54 अनुबंधित क्षेत्रों की पेशकश की गई थी।
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