नयी दिल्ली, 12 मार्च (भाषा) इस सप्ताह घरेलू इक्विटी निवेशकों की वैश्विक संकेतों पर कड़ी नजर रहेगी। बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक खासतौर से अमेरिका स्थित सिलिकॉन वैली बैंक की विफलता, मुद्रास्फीति के रुझान और विदेशी निवेशकों के रुख से बाजार प्रभावित होगा।
बीते सप्ताह प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई और विश्लेषकों का मानना है कि निवेशक फरवरी के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ों का इंतजार करेंगे, जो सोमवार को जारी होंगे।
स्वास्तिका इंवेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ”भारतीय इक्विटी बाजारों में कमजोरी के लिए खराब वैश्विक संकेतों का प्रमुख योगदान था, और इसका असर अगले सप्ताह भी बना रहेगा।”
प्रौद्योगिकी क्षेत्र में स्टार्टअप के वित्त पोषण के लिए एक प्रमुख स्रोत सिलिकॉन वैली बैंक की विफलता ने वैश्विक वित्तीय प्रणाली की मजबूती को लेकर चिंताओं को जन्म दिया है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख की टिप्पणी के बाद वैश्विक बाजार फिर से अनिश्चितता की चपेट में आ गया है, जिन्होंने ब्याज दर में लंबे समय तक और तेज वृद्धि की संभावना का संकेत दिया है।”
कमजोर वैश्विक संकेतों और विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा बिकवाली के बीच शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 671.15 अंक या 1.12 प्रतिशत गिरकर 59,135.13 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स 10 मार्च को समाप्त सप्ताह के दौरान कुल 1.12 प्रतिशत या 673.84 अंक गिरा।
भाषा पाण्डेय
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