नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) सोमवार को संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2021-22 के मुताबिक चूककर्ता बैंकों के 1.2 लाख से अधिक जमाकर्ताओं को जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम (डीआईसीजीसी) ने 1,500 करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
जमाकर्ताओं को जमा पर दिया जाने वाला बीमा एक लाख रुपये से बढ़ाकर पांच लाख रुपये किया जा चुका है। इसकी घोषणा वर्ष 2020-21 के बजट में की गई थी।
संसद ने वर्ष 2021 में पारित जमा बीमा एवं ऋण गारंटी निगम संशोधन अधिनियम में भारत में जमा बीमा के परिदृश्य में कई बदलाव किए गए थे।
आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, इस अधिनियम के वजूद में आने के बाद से चूककर्ता बैंकों के 1.2 लाख से अधिक खाताधारकों को उनके दावों के एवज में जनवरी 2022 की शुरुआत तक 1,500 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया जा चुका है।
इस कानून के बनने के बाद मार्च 2021 के अंत तक 247.8 करोड़ खाते पूरी तरह सुरक्षित हो चुके थे। यह कुल 252.6 करोड़ खाताधारकों का 98 प्रतिशत है।
वहीं राशि के संदर्भ में कुल बीमित जमा मार्च 2021 के अंत में 76.2 लाख करोड़ रुपये थी।
भाषा
प्रेम रमण
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