नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) बिजली सचिव पंकज अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में पंप स्टोरेज पनबिजली परियोजनाओं के विकास को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए नीतिगत संवाद की जरूरत है। इसमें ऐसी परियोजनाओं में प्रक्रियागत देरी की समीक्षा पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
अग्रवाल राष्ट्रीय राजधानी में टीएचडीसी इंडिया और केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण द्वारा एनटीपीसी के सहयोग से आयोजित ‘पंप स्टोरेज परियोजनाओं पर विचार-विमर्श सत्र: भारत के नवीकरणीय भविष्य को सशक्त बनाना’ को संबोधित कर रहे थे।
अपने संबोधन में अग्रवाल ने इस बात पर जोर दिया कि ग्रिड स्थिरता सुनिश्चित करना तत्काल राष्ट्रीय प्राथमिकता का विषय है और प्रत्येक राज्य को इस प्रयास में सक्रिय रूप से योगदान देना चाहिए।
टीएचडीसी इंडिया ने एक बयान में कहा, ‘‘सचिव ने यह भी कहा कि प्रक्रियागत देरी की समीक्षा करने और प्रक्रियाओं और मंचों को सुव्यवस्थित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए पीएसपी विकास को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए विचार-विमर्श और नीतिगत संवाद की जरूरत है। यह आम सहमति बनाने और समन्वित क्षेत्रीय कार्रवाई को सक्षम करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।’’
उन्होंने यह भी कहा कि ग्रिड स्थिरता सुनिश्चित करना तत्काल राष्ट्रीय प्राथमिकता का विषय है और प्रत्येक राज्य को इस प्रयास में सक्रिय रूप से योगदान देना चाहिए।
एनटीपीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने बड़े पैमाने पर पंप स्टोरेज परियोजनाओं (पीएसपी) के उपयोग की तत्काल आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि मजबूत भंडारण समाधानों के बिना ऊर्जा बदलाव सफल नहीं हो सकता है।
एनटीपीसी की सहायक कंपनी टीएचडीसी उत्तराखंड के टिहरी में 1,000 मेगावाट क्षमता के पंप स्टोरेज संयंत्र को चालू करने के अंतिम चरण में है।
भाषा राजेश राजेश रमण
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