नयी दिल्ली, 25 मार्च (भाषा) कृषि रसायन कंपनी धानुका एग्रिटेक ने जोबनेर में स्थित श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय के साथ नई प्रौद्योगिकियों के परीक्षण और किसानों को ड्रोन के उपयोग के लिए प्रशिक्षित करने के मकसद से एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। ।
कंपनी के एक बयान में कहा गया कि धानुका और श्री करण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय, जोबनेर संयुक्त रूप से नई तकनीक के परीक्षण और सत्यापन के लिए काम करेंगे ताकि इसे बड़ी संख्या में किसानों को हस्तांतरित किया जा सके।
समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर धानुका एग्रिटेक लिमिटेड के अध्यक्ष आर जी अग्रवाल और कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जे एस संधू ने 24 मार्च को हस्ताक्षर किए।
इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य ड्रोन प्रौद्योगिकी पर एक साथ काम करना और उर्वरकों एवं कृषि रसायनों के छिड़काव के लिए कृषि ड्रोन की उपयोगिता को प्रदर्शित करना है। इस समझौते के तहत किसानों, वैज्ञानिकों और अन्य कृषि अंशधारकों को खेती में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के लिए शिक्षित और प्रशिक्षित करने का भी प्रयास किया जायेगा।
कार्यक्रम के दौरान अग्रवाल ने 50,000 रुपये के वार्षिक पुरस्कार की भी घोषणा की। इसमें पांच साल के लिए हर साल किसी सर्वश्रेष्ठ पैथोलॉजी वैज्ञानिक को पुरस्कृत किया जायेगा। इसे ‘धानुका वैज्ञानिक पुरस्कार’ के नाम से जाना जाएगा।
अग्रणी पौध संरक्षण कंपनियों में से एक धानुका समूह बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध है। कंपनी की तीन विनिर्माण इकाइयां गुजरात, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में स्थित हैं।
भाषा राजेश राजेश प्रेम
प्रेम
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.