नयी दिल्ली, 24 दिसंबर (भाषा) सतत मांग के कारण इस साल आठ प्रमुख शहरों में लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक (एलएंडआई) स्थलों की पट्टे पर मांग 5-5.3 करोड़ वर्ग फुट रहने का अनुमान है। कुशमैन एंड वेकफील्ड ने यह जानकारी दी है।
ये आठ शहर हैं…दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, पुणे और अहमदाबाद।
रियल एस्टेट परामर्श कंपनी, कुशमैन एंड वेकफील्ड ने कहा कि अक्टूबर, 2024 तक शीर्ष-आठ रियल एस्टेट बाजारों में मांग का आकार पहले ही 4.1 करोड़ वर्ग फुट को पार कर चुका है।
परामर्श कंपनी ने कहा, ‘‘जब से सरकार ने वर्ष 2020 में उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना शुरू की है, तब से औद्योगिक स्थलों की पट्टे पर मांग में वृद्धि देखी गई है। इसके अलावा, खुदरा और ई-कॉमर्स के मजबूती से उभरने से भंडार गृह या गोदाम क्षेत्र में भी तेज वृद्धि हुई है।’’
वर्ष 2025 के लिए, कुशमैन एंड वेकफील्ड को उम्मीद है कि हाल के वर्षों में देखी गई मजबूत औद्योगिक गतिविधियों के साथ-साथ भारत में खपत आधार के विस्तार को देखते हुए मांग का नया-सामान्य स्तर बना रहेगा।
कुशमैन एंड वेकफील्ड के लॉजिस्टिक्स और इंडस्ट्रियल के प्रबंध निदेशक अभिषेक भूटानी ने कहा, ‘‘भारत का लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक क्षेत्र उल्लेखनीय विकास क्षमता प्रदर्शित कर रहा है। इसमें लगातार तीसरे वर्ष पट्टे पर मांग का आकार पांच करोड़ वर्ग फुट को पार करने वाला है। यह त्वरित-वाणिज्य, खुदरा और इंजीनियरिंग और विनिर्माण क्षेत्रों में मजबूत मांग से प्रेरित है।’’
उनका अनुमान है कि वर्ष 2025 में भी लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक स्थलों की मांग मजबूत बनी रहेगी।
भाषा राजेश राजेश अजय
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