मुंबई, 21 नवंबर (भाषा) एचडीएफसी के चेरयमैन दीपक पारेख ने सोमवार को कहा कि करीब दो दशक पहले बनाए गए क्रेडिट ब्यूरो की तर्ज पर हरित ऋण पर ‘डेटा बैंक’ बनाने की जरूरत है। उन्होंने इसके लिए वित्तीय क्षेत्र को साथ आने का सुझाव दिया।
पारेख ने यहां भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) द्वारा आयोजित कार्यक्रम विश्व लेखाकर कांग्रेस में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि उत्सर्जन जोखिमों/ जलवायु जोखिमों पर गुणवत्तापूर्ण आंकड़ों की बेहद कमी है।
पारेख ने कहा कि आंकड़ों की कमी का बहाना सही नहीं है, क्योंकि हमें कहीं से तो शुरुआत करनी होगी और हम जलवायु जोखिम के एक नाजुक मोड़ पर हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा कोई कारण नहीं है कि हमारी वित्तीय प्रणाली जलवायु जोखिमों के मु्ददे पर काम करने के लिए साथ नहीं आ सकती है।’’
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पाण्डेय अजय
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