नयी दिल्ली, आठ जुलाई (भाषा) देश में 2025 की पहली छमाही में कम से कम 2,900 एकड़ भूमि के सौदे हुए, जिनका बाजार मूल्य करीब 31,000 करोड़ रुपये है।
रियल एस्टेट परामर्शदाता एनारॉक ने यह जानकारी दी और स्पष्ट किया कि भूमि सौदों में रियल एस्टेट कंपनियों और भूमि मालिकों के बीच प्रत्यक्ष विकास के साथ-साथ संयुक्त विकास समझौते भी शामिल हैं।
इसका मूल्य बाजार में प्रचलित दरों पर आधारित है न कि वास्तविक मूल्य पर।
एनारॉक ने मंगलवार को बयान में कहा, ‘‘ 2025 की पहली (जनवरी-जून) छमाही में समूचे भारत में 76 सौदों में 2,898 एकड़ से अधिक भूमि का लेन-देन किया गया। इस भूमि का कुल बाजार मूल्य 30,885 करोड़ रुपये है। इन भूखंडों की कुल राजस्व क्षमता लगभग 1.47 लाख करोड़ रुपये है तथा कुल विकास क्षमता 23.3 करोड़ वर्ग फुट से अधिक है।’’
इनमें से अधिकतर भूमि सौदे आवास, वाणिज्यिक और मिश्रित उपयोग परियोजनाओं के विकास के लिए थे।
परामर्शदाता ने कहा कि इस वर्ष की पहली छमाही में हुए कुल 76 भूमि सौदों में से 17 संयुक्त विकास समझौते (जेडीए) थे, जो 782 एकड़ में फैले थे। इनका बाजार मूल्य 6,765 करोड़ रुपये है।
एनारॉक ने साथ ही इस बात पर प्रकाश डाला कि 2025 की पहली छमाही में भूमि के कुल सौदे समूचे 2024 की तुलना में हुए सौदों से 1.15 गुना अधिक हैं। 2024 में 2,515 एकड़ भूमि के लिए करीब 133 सौदे हुए थे।
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