नयी दिल्ली, 13 सितंबर (भाषा) वित्त मंत्रालय ने बाजार नियामक सेबी के पूर्व चेयरमैन एम दामोदरन को उद्यम पूंजी (वीसी) एवं निजी इक्विटी (पीई) निवेशकों को पेश आने वाली मुश्किलों पर गौर करने के लिए गठित एक समिति का अध्यक्ष बनाया है।
सरकार की तरफ से मंगलवार को जारी एक अधिसूचना के मुताबिक, दामोदरन की अगुवाई वाली यह छह-सद्स्यीय समिति वीसी एवं पीई कोषों की तरफ से निवेश बढ़ाने से संबंधित सुझाव देगी।
इस तरह की समिति के गठन का प्रस्ताव वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में रखा था। उन्होंने कहा था कि वीसी एवं पीई कोषों ने एक साल पहले 5.5 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया था और इस निवेश को बढ़ाने के लिए नियामकीय एवं अन्य पक्षों के एक समग्र विश्लेषण की जरूरत है।
अधिसूचना के मुताबिक, यह समिति प्रणालीगत दृष्टिकोण का इस्तेमाल करते हुए एक समग्र अध्ययन करेगी ताकि पीई एवं वीसी निवेश को सुगम बनाने के साथ भारत में निवेश को प्रोत्साहित किया जा सके।
इस समिति में सेबी के पूर्व सदस्य जी महालिंगम, सीबीआईसी के पूर्व सदस्य डी पी नागेंद्र, आयकर के पूर्व प्रमुख आयुक्त आशीष वर्मा, एनसीएईआर की महानिदेशक पूनम गुप्ता और अरुण जेटली राष्ट्रीय वित्तीय प्रबंध संस्थान के निदेशक पी आर आचार्य को जगह दी गई हैं।
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