आईएमएफ ने अपनी वार्षिक बैठक के खत्म होने के बाद एक बयान में कहा, ‘वायरस के वेरिएंट के उभरने से अनिश्चितता बढ़ गई है और पुनरुद्धार की राह में जोखिम बढ़ गए हैं.’ बता दें कि इस बैठक में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद थी.
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आईएमएफ ने कहा, ‘संकट गरीबी और असमानताओं को बढ़ा रहा है, जबकि दूसरी ओर जलवायु परिवर्तन और अन्य चुनौतियों का दबाव बढ़ रहा है जिस पर हमें तत्काल ध्यान देने की जरूरत है.’
बयान में कहा गया कि महामारी को रोकने के लिए दुनियाभर में टीकाकरण में तेजी लाने के जरूरत है और ऐसे में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और तत्काल कार्रवाई पर जोर दिया गया.
स्वीडन की वित्त मंत्री मैग्डेलेना एंडरसन ने बैठक की अध्यक्षता की उन्होंने कहा कि महामारी ने वैश्विक स्तर पर गरीबी और असमानताओं को बढ़ा दिया है.
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उन्होंने बताया कि बैठक में मजबूत अंतरराष्ट्रीय सहयोग और टीकाकरण के लिए तत्काल कार्रवाई पर जोर दिया गया. साथ ही पेरिस समझौते के अनुरूप जलवायु कार्रवाई में और तेजी लाने के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता जताई गई.
इसबीच आईएमएफ ने वैश्विक आर्थिक में सुधआर करने के लिए बढ़ते खतरों, मौजूदा कोरोना वायरस महामारी और महंगाई से पैदा हुए खतरों से चेतावनी दी है.
आईएमएफ ने गरीब देशों में कोरोना वायरस टीकाकरण तेजी करने के लिए अमीर देशों से अधिक प्रयास करने का आह्वान किया है. साथ ही फेडरल रिजर्व और अन्य केंद्रीय बैंकों से आग्रह किया कि अगर मौजूदा मुद्रास्फीति के दबाव अस्थायी नहीं साबित होते हैं, तो वे जल्दी से इसकी रोकथाम के उपाए करें.
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वाशिंगटन: इंटरनेशनल मॉनेटरी फ़ंड (आईएमएफ) ने गुरुवार को कहा कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट के उभरने से अनिश्चितता बढ़ गई है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था के सुधार की रफ्तार प्रभावित होने का खतरा बढ़ गया है.