नयी दिल्ली, 20 मई (भाषा) बाजार बिगाड़ने वाली कीमतों को लेकर चिंता और शिकायत के बीच भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की प्रमुख रवनीत कौर ने मंगलवार को कहा कि उत्पादन लागत के नए मानदंडों से अधिक सटीक एवं वस्तुनिष्ठ आकलन करने में मदद मिलेगी, जिससे इसे लागू करने के परिणामों को तय करना बहुत आसान होगा।
सीसीआई के 16वें वार्षिक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि डिजिटल बाजार में तेजी से बदलाव आ रहा है और पहले कदम उठाने का लाभ बहुत जल्दी ही ठोस रूप ले लेता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास ‘एल्गोरिदम’ आधारित निर्णय लेने और पहले कदम उठाने वाले लोगों द्वारा स्वयं को प्राथमिकता देने की संभावना है।’’
कौर ने कहा कि इस तरह के आचरण में संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता है, जहां दृष्टिकोण ‘‘ साक्ष्य-आधारित, आनुपातिक और कठोर आर्थिक विश्लेषण पर आधारित हो।’’
इस महीने की शुरुआत में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (उत्पादन लागत निर्धारण) विनियम, 2025 को अधिसूचित किया गया था।
कौर ने कहा कि लागत निर्धारित करने के लिए सुसंगत दृष्टिकोण रखना बहुत आवश्यक है, खासकर जब बात डिजिटल बाजार और मंच पर लालच देने वाले मूल्य निर्धारण और भारी छूट की हो।
उन्होंने कहा कि नए मानदंडों के साथ, यह उम्मीद की जाती है कि उत्पादन की लागत का आकलन अधिक सटीक, उद्देश्यपूर्ण होगा एवं इससे लागू करने के परिणामों को तय करना बहुत आसान होगा।
कौर ने कहा कि सीसीआई डिजिटल बाजारों, वैश्वीकरण एवं उभरते व्यापार मॉडल की जटिलताओं से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए अपने विनियामक माध्यमों एवं ढांचे को पुनः व्यवस्थित करने में सक्रिय रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘ सीसीआई यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि छोटे व्यवसायों के लिए बाजार तक पहुंच हो, नवोन्मेषण को प्रोत्साहित किया जाए, एकाधिकार के व्यवहार को रोका जाए और डिजिटल समावेश को बढ़ावा दिया जाए।’’
भाषा निहारिका अजय
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