नयी दिल्ली, नौ जून (भाषा) केंद्रीय विधि और न्याय मंत्री किरेन रीजीजू ने बृहस्पतिवार को कहा कि कंपनी सचिव कंपनियों को बढ़ाने और अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मदद करते हैं, हालांकि वे हमेशा ‘पर्दे के पीछे’ रहते हैं। भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) के ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत एक विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रीजीजू ने यह बात कही।
आईसीएसआई ने एक बयान में रीजीजू के हवाले से कहा गया है, ‘‘हालांकि कंपनी सचिव हमेशा पर्दे के पीछे रहते हैं लेकिन वही कंपनियों को बड़ा बनाते हैं, अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं। वे आत्मानिर्भर भारत की नींव हैं।’’
रीजीजू ने पूर्वोत्तर के दूरदराज के क्षेत्रों को मुख्यधारा में लाने के लिए संस्थान द्वारा छात्रों के लिए अतिरिक्त कदम उठाते हुए उनकी फीस को माफ करने के कदम की सराहना की।
कॉरपोरेट मामलों के सचिव राजेश वर्मा ने कहा कि कंपनी सचिव देश में सुशासन को बढ़ावा देने और इसे बनाए रखने का मुख्य स्रोत हैं।
आईसीएसआई के अध्यक्ष देवेंद्र वी देशपांडे ने कहा कि संस्थान कामकाज के बेहतर संचालन को शोध संस्थान बनने और भविष्य में सेवा के नए क्षेत्रों का पता लगाने का इच्छुक है।
भाषा रिया अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.