नयी दिल्ली, 23 मार्च (भाषा) सीमेंट उद्योग में चालू वित्त वर्ष 2021-22 में मात्रा के आधार पर 18 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है और यह महामारी-पूर्व के स्तर पर पहुंच सकती है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
इक्रा ने बुधवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि कच्चे माल की कीमतों में उछाल के कारण चालू वित्त वर्ष में परिचालन मार्जिन 4.4 से 4.8 प्रतिशत घटकर 19.8 से 20.2 प्रतिशत रह सकता है।
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘सीमेंट उद्योग मात्रा के आधार पर वित्त वर्ष 2021-22 में 18 से 20 प्रतिशत बढ़कर 35.5 करोड़ टन पर पहुंच सकता है, जो कोविड महामारी-पूर्व के स्तर से छह प्रतिशत अधिक है।’’
रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीण क्षेत्रों में घरों की मजबूत मांग और आधारभूत संरचना की गतिविधियों में तेजी से यह वृद्धि संभव है।
इक्रा की एवीपी और क्षेत्र प्रमुख (कॉरपोरेट रेटिंग्स) अनुपमा रेड्डी ने कहा कि शुद्ध बिक्री प्राप्तियों में पांच प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन से पहले परिचालन मार्जिन (ओपीबीआईटीडीए) चालू वित्त वर्ष के पहले नौ माह में प्रति टन 10 प्रतिशत घटकर 1,124 रुपये रह गया है।
उन्होंने बताया कि ऐसा कच्चे माल, बिजली और ईंधन, ढुलाई की कीमतों में उछाल के कारण हुआ है, जो सालाना आधार पर क्रमश: 12, 31 और पांच प्रतिशत बढ़े हैं।
भाषा जतिन अजय
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