नयी दिल्ली, तीन फरवरी (भाषा) देश में कारोबार को लेकर भरोसा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में उत्साहजनक बना रहा। हालांकि, दिसंबर, 2021 में कोविड मामले बढ़ने से उत्साह बढ़ने की गति मंद पड़ी है। यह बात दिल्ली के प्रमुख आर्थिक शोध संस्थान एनसीएईआर ने कही है।
नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लायड इकनॉमिक रिसर्च (एनसीएईआर) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 2021-22 की जुलाई-सितंबर तिमाही की तुलना में अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कारोबारी धारणा में सुधार हुआ है।
एनसीएईआर-एनएसई व्यापार भरोसा सूचकांक (बीसीआई) तिमाही-दर-तिमाही आधार पर छह प्रतिशत और सालाना आधार पर 46.6 प्रतिशत बढ़ा।
विज्ञप्ति के अनुसार, ‘‘पिछली तिमाही की तुलना में कारोबारी भरोसा सूचकांक में वृद्धि की गति में नरमी आई है। दिसंबर के अंतिम सप्ताह में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ने और उसकी रोकथाम के लिये यात्रा पाबंदियों से कारोबारी धारणा प्रभावित हुई है।’’
एनसीएईआर ने कहा कि कारोबारी भरोसा सूचकांक में तेजी बीसीआई के सभी चार तत्वों में मजबूती का परिणाम है। ये चार तत्व हैं… अगले छह महीने में कुल मिलाकर आर्थिक स्थिति में सुधार होगा, अगले छह महीने में कंपनियों की वित्तीय स्थिति में सुधार होगा, वर्तमान निवेश माहौल छह महीने पहले की तुलना में बेहतर है और वर्तमान क्षमता उपयोग अनुकूलतम स्तर के करीब या उससे ऊपर है।
वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में पिछली तिमाही की तुलना में सभी क्षेत्रों में कारोबारी धारणा में अंतर कम हुआ।
एनसीएईआर ने कहा, ‘‘गैर-टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र को छोड़कर धारणा व्यापक तौर पर बेहतर रही। गैर-टिकाऊ उपभोक्ता क्षेत्र में व्यापार भरोसा सूचकांक 2021-22 की तीसरी तिमाही में तिमाही आधार पर दो प्रतिशत नीचे आया…।’’
विज्ञप्ति के अनुसार, एनसीएईआर-एनएसई राजनीतिक भरोसा सूचकांक (पीसीआई) दूसरी और तीसरी तिमाही के बीच 107.8 पर लगभग अपरिवर्तित रहा।
भाषा रमण अजय
अजय
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.