मुंबई: वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत मिलने और घरेलू बाजारों में बैंकिंग और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में लिवाली निकलने से सोमवार को देश के शेयर बाजारों में तेजी का रुख रहा. सप्ताह के पहले दिन बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स 449 अंक ऊंचा रहा जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 11,873 अंक पर पहुंच गया.
बीएसई का 30 कंपनी शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 448.62 अंक यानी 1.12 प्रतिशत चढ़कर 40,431.60 अंक पर पहुंच गया वहीं एनएसई का निफ्टी सूचकांक इस दौरान 110.60 अंक यानी 0.94 प्रतिशत बढ़कर 11,873.05 अंक पर बंद हुआ.
सेंसेक्स में शामिल शेयरों में आईसीआईसीआई बैंक सबसे ज्यादा 5.33 प्रतिशत चढ़ गया. इसके बाद एक्सिस बैंक, नेस्ले इंडिया, स्टेट बैंक, एचडीएफसी, इंडसइंड बैंक, ओएनजीसी और कोटक बैंक के शेयर मूल्यों में तेजी का रुख रहा.
इसके विपरीत बजाज आटो, टीसीएस, भारती एयरटेल, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा और मारुति के शेयरों में 2.12 प्रतिशत तक गिरावट रही.
बीएसई सेंसेक्स में शामिल 30 शेयरों में से 23 में लाभ रहा जबकि सात नुकसान के साथ बंद हुये.
कारोबारियों का कहना है वैश्विक बाजारों से सकारात्मक संकेत पाकर घरेलू बाजारों में कामकाज की शुरुआत बढ़त के साथ हुई. बैंकिंग, वित्तीय, तेल और गैस, धातु और रीयल्टी कंपनियों के शेयरों में लिवाली का जोर रहा.
वहीं हांग कांग, टोक्यो और सोल के शेयरो बाजार सकारात्मक रुख के साथ बंद हुये. दूसरी तरफ चीन के जीडीपी आंकड़े जारी होने के बाद शंघाई शेयर बाजार में गिरावट रही.
चीन की आर्थिक वृद्धि दर सितंबर में समाप्त तिमाही के दौरान 4.9 प्रतिशत रही. कोरोना वायरस महामारी के बाद अर्थव्यवस्था धीरे धीरे मजबूती की तरफ बढ़ रही है. चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने एक रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुये चेतावनी दी कि अंतरराष्ट्रीय परिवेश अभी भी जटिल बना हुआ है. इसमें कहा गया है कि चीन पर अभी भी कोरोना वायरस को उबरने से रोकने का भारी दबाव बना हुआ है.
इस बीच, यूरोप में शेयर बाजारों में कारोबार की शुरुआत सकारात्मक रुख में हुई. घरेलू बाजार में एचडीएफसी बैंक के बेहतर परिणाम से वित्त कंपनियों में अच्छी मांग रही. चीन के बेहतर जीडीपी आंकड़ों से भी बाजार को समर्थन मिला.
रिलायंस सिक्युरिटीज के संस्थागत व्यवसाय के प्रमुख अर्जुन महाजन ने कहा, ‘आने वाले दिनों में दूसरी तिमाही के परिणाम, कोविड- 19 की स्थिति, अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव और वित्तीय प्रोत्साहन जैसे मुद्दे बाजार को दिशा देने के लिहाज से महत्वपूर्ण होंगे.’
कारोबार की समाप्ति पर बैंकेक्स, वित्त, तेल और गैस, धातु, रीयल्टी और एफएमसीजी सूचकांक में 3.35 प्रतिशत तक की बढ़त रही जबकि आटोमोबाइल, हेल्थकेयर, दूरसंचार, प्रौद्योगिकी और आईटी सूचकांक में गिरावट रही.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड तेल 0.16 प्रतिशत नीचे रहकर 42.67 डालर प्रति बैरल पर चल रहा था. वहीं विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डालर के मुकाबले रुपया दो पैसे गिरकर 73.37 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ.