नयी दिल्ली, 24 अगस्त (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा ईंधन कंपनियों ने जून तिमाही में अच्छा मुनाफा दर्ज किया। इस दौरान खुदरा कीमतों के स्थिर रहने से पेट्रोल और डीजल के मार्जिन में बढ़ोतरी हुई और पहले के बचे हुए भंडार पर घाटे की भरपाई हो गई।
कंपनियों द्वारा शेयर बाजार को दी जानकारी के मुताबिक इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में 16,184 करोड़ रुपये का कुल लाभ दर्ज किया। यह आंकड़ा सालाना आधार पर ढाई गुना से भी अधिक है।
इन तीनों कंपनियों में बीपीसीएल 6,124 करोड़ रुपये के लाभ के साथ सबसे आगे रही। इसके बाद आईओसी का 5,689 करोड़ रुपये के साथ स्थान रहा। एचपीसीएल ने पहली तिमाही में 4,371 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
बीपीसीएल ने रिफाइनिंग मार्जिन पर भी अच्छा प्रदर्शन किया और कच्चे तेल के प्रत्येक बैरल को पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधन में बदलकर 4.88 अमेरिकी डॉलर की कमाई की। यह आंकड़ा आईओसी के लिए 2.15 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल और एचपीसीएल के लिए 3.08 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल था।
बीपीसीएल की स्थापित क्षमता के मुकाबले शोधन करने की दर 118 प्रतिशत थी। यह आंकड़ा आईओसी के 107 प्रतिशत और एचपीसीएल के 10.9 प्रतिशत था।
भाषा पाण्डेय रमण
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