नयी दिल्ली, 14 अगस्त (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) को चालू वित्त वर्ष (2022-23) में कॉरपोरेट ऋण की मांग में वृद्धि से कुल कर्ज या अग्रिम में 10-12 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है। बैंक के एक शीर्ष अधिकारी ने विश्लेषक कॉल में यह बात कही।
बैंक की मौजूदा साल में अबतक ऋण वृद्धि पांच प्रतिशत रही है। मुख्य रूप से में खुदरा क्षेत्र, कृषि और सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्योग ऋण (आरएएम) क्षेत्रों में मांग से बैंक का अग्रिम बढ़ा है।
बैंक ऑफ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ए के दास ने कहा, ‘‘पूरे साल में ऋण वृद्धि 10 से 12 प्रतिशत के बीच रहेगी। इस साल अभी जून तक हमारी वृद्धि लगभग पांच प्रतिशत रही है।
दास ने कहा, जून, 2022 के अंत में बैंक का कुल अग्रिम (वैश्विक और घरेलू) 4,77,746 करोड़ रुपये था।
बीओआई का चालू वित्त वर्ष के जून में समाप्त पहली तिमाही में शुद्ध लाभ 22 प्रतिशत की घटकर 561 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में बैंक ने 720 करोड़ रुपये मुनाफा कमाया था।
बैंक की जून, 2022 के अंत तक सकल गैर-निष्पादित अस्तियां (एनपीए) घटकर 9.30 प्रतिशत या 44,415 करोड़ रुपये रह गई। जून, 2021 के अंत तक यह 13.51 प्रतिशत या 56,042 करोड़ रुपये रही थी।
इसी तरह, शुद्ध एनपीए भी घटकर 2.21 प्रतिशत यानी 9,775 करोड़ रुपये पर आ गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 3.35 प्रतिशत यानी 12,424 करोड़ रुपये) रहा था।
भाषा अजय
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