नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) जापान के लिए परिधान निर्यात के सालाना आधार पर 20-25 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है, जिससे घरेलू निर्यातकों के लिए नए अवसर खुलेंगे। एईपीसी ने शनिवार को यह संभावना जताई।
परिधान निर्यात संवर्धन परिषद (एईपीसी) के चेयरमैन नरेन गोयनका ने कहा कि बदलते भू-राजनीतिक परिदृश्य में बढ़ते अवसरों के बीच उत्पादन संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई), मेगा पार्क योजना, गुणवत्ता मानकों में सुधार, प्रमुख बाजारों के साथ मुक्त व्यापार समझौते जैसे सरकारी पहल से निर्यात वृद्धि को बल मिलेगा।
जापान के लिए निर्यात को बढ़ावा देने के लिए एईपीसी गुरुग्राम में दो-दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। इसे संबोधित को संबोधित करते हुए गोयनका ने कहा, “जापान के लिए परिधान निर्यात सालाना आधार पर 20-25 प्रतिशत दर से बढ़ने की उम्मीद है। फिलहाल यह 22 करोड़ डॉलर है।”
उन्होंने कहा कि जापान के लिए चीन प्रमुख परिधान आपूर्तिकर्ता रहा है लेकिन पिछले पांच सालों में चीन से जापान के निर्यात में कमी आने से भारत को भारी फायदा हो रहा है। इसका लाभ परिधान निर्यात में भी होने की उम्मीद है।
भाषा अनुराग प्रेम
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