नयी दिल्ली, चार मई (भाषा) वाणिज्य मंत्रालय की इकाई एपीडा भारत से कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए रणनीति तैयार करने पर विचार कर रही है। रविवार को एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद प्राधिकरण (एपीडा) ने पिछले सप्ताह यहां रणनीति पर विचार-विमर्श के लिए एक अंतर-मंत्रालयी वार्ता आयोजित की थी।
राज्य सरकारों के प्रतिनिधियों, नीति विशेषज्ञों, कृषि व्यापार और प्रसंस्कृत खाद्य क्षेत्र के उद्योग जगत के दिग्गजों ने भी चर्चा में भाग लिया।
इस मंच पर वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि सरकार भारतीय कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पादों के लिए लॉजिस्टिक संबंधी बाधाओं को कम करने और बाजार पहुंच बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा जगत और अनुसंधान संस्थानों को बहु-क्षेत्रीय परामर्श का हिस्सा होना चाहिए ताकि कृषि निर्यात में नवाचार और स्थिरता के लिए अनुसंधान और विकास पर प्रमुख ध्यान दिया जा सके।
सचिव ने कहा कि कृषि उत्पादन और उत्पादकता दोनों ही समय की मांग हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय सत्रों के दौरान सामने आए विचारों और रणनीतियों पर आगे विचार-विमर्श करेगा।
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय के सचिव सुब्रत गुप्ता ने सतत निर्यात वृद्धि सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ढांचे के विकास और मूल्य संवर्धन के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप बुनियादी ढांचे, स्वच्छता के साथ केंद्र, राज्य सरकारों, विभिन्न विभागों और उद्योग हितधारकों के बीच अधिक तालमेल की आवश्यकता है।
वाणिज्य मंत्रालय में विशेष सचिव राजेश अग्रवाल ने कृषि, प्रसंस्कृत खाद्य और मूल्यवर्धित उत्पादों को नए भौगोलिक क्षेत्रों में ले जाने के लिए विभिन्न हितधारकों के बीच अधिक तालमेलपूर्ण दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
भाषा अनुराग अजय
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